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जासूसी : जांच, पूछताछ में कई खुलासे, धरपकड़ जारी

देवेंद्र से एनआईए ने की पूछताछ
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ललित शर्मा/हप्र

कैथल, 18 मई

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पाक के लिए जासूसी में गिरफ्तार आरोपियों से हरियाणा पुलिस की पूछताछ एवं जांच में कई खुलासे हो रहे हैं। यह पता चला है कि नोमान इलाही ने सेना की आवाजाही के वीडियो एक आतंकी को भेजे थे। यूट्यूबर ज्योति को पाकिस्तान में वीआईपी ट्रीटमेंट मिलता था। ज्योति से जान-पहचान होने के चलते ओडिशा की एक यूट्यूबर भी जांच के घेरे में आ गयी है। कैथल से गिरफ्तार देवेंद्र से एनआईए ने भी पूछताछ शुरू कर दी है। उधर, कुरुक्षेत्र में एक अन्य युवक हरकीरत को हिरासत में लिया गया है।

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से संपर्क और संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए मस्तगढ़ निवासी देवेंद्र सिंह से पूछताछ करने रविवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीमें कैथल पहुंचीं। दोनों एजेंसियों ने बंद कमरे में उससे अलग-अलग पूछताछ की। सूत्रों के अनुसार, दोपहर दो से चार बजे तक तीन सदस्यीय एनआईए टीम ने साइबर थाने में आरोपी से गहन पूछताछ की। इसके बाद मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीम ने सवाल पूछे। एसपी आस्था मोदी ने बताया कि एनआईए टीम आरोपी के गांव भी गयी।

नोमान ने वीडियो भेजे!

पानीपत (हप्र) : पिछले दिनों पानीपत में गिरफ्तार किए गये नोमान इलाही से रिमांड के दौरान पुलिस की पूछताछ में कई खुलासे हो रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, नोमान ने ट्रेनों में सेना की आवाजाही के वीडियो पाकिस्तान में आतंकी इकबाल काना को भेजे। जासूसी के बदले उसे भारतीय खातों से पेमेंट की जाती थी। बताया जा रहा है कि आरोपी नोमान दूसरे लोगों के खातों में पैसे मंगवाता था। पुलिस ने ऐसे कई लोगों की पहचान की है और उनके बैंक खातों की जांच की जा रही है। पुलिस को नोमान पर अच्छी तरह से प्रशिक्षित जासूस होने का संदेह है। हालांकि, पुलिस ने आधिकारिक तौर पर अभी कोई जानकारी नहीं दी है।

पानीपत की सीआईए-वन पुलिस टीम ने गत शुक्रवार को यूपी के कैराना में बेगमपुरा बाजार स्थित नाेमान के घर से उसका बचपन का एक पासपोर्ट जब्त कियाा। उसकी वैधता 2010 में समाप्त हो चुकी है। पुलिस काे उसके नये पासपोर्ट की तलाश है। सूत्रों के अनुसार आरोपी ने दावा किया था कि वह 2017 में पाकिस्तान गया था। पाकिस्तान में नोमान की बुआ और मौसी रहती हैं, जांच एजेंसियों को शक है कि उनके पास जाने के बहाने वह आईएसआई हैंडलर्स से मिलता रहा। पुलिस को उसके फोन से कुछ वॉयस मैसेज मिले हैं, जिनमें उसे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पठानकोट और गुरदासपुर में ट्रेनों से सेना की आवाजाही के बारे में जानकारी देने को कहा गया था।

ज्योति को एसेट के तौर पर इस्तेमाल कर रहा था पाक उच्चायोग

कुमार मुकेश (हिसार) : ‘पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार हिसार की ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा आधुनिक युद्ध की रणनीति में पाकिस्तान का हिस्सा बन गयी। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी, उसके जरिये अपना नैरेटिव सेट करना चाहती थी। पाकिस्तान उच्चायोग के लोग उसे एसेट के तौर पर इस्तेमाल कर रहे थे। ज्योति ने पाकिस्तान को भारत की कोई संवेदनशील जानकारी साझा की, इसका अभी तक कोई लिंक नहीं मिला है, लेकिन हिसार सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, इसलिए छोटी जानकारी भी दुश्मन देश के लिए बड़ी हो सकती है।’ यह बातें रविवार को हिसार के पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने कहीं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इंटेलिजेंस एजेंसी से उनको इनपुट मिला था, जिसकी जांच के बाद ही ज्योति को गिरफ्तार किया गया। वह काफी समय से रडार पर थी। उन्होंने बताया कि ज्योति चीन भी गयी थी। उसके पैसे के लेन-देन, ट्रैवल हिस्ट्री की जांच-पड़ताल की गयी है। उसके बैंक ट्रांजेक्शन, उसके कमाई के स्रोत से ज्यादा पाये गये हैं।

पहलगाम हमले व ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ज्योति की मूवमेंट के बारे में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में थी, लेकिन उसके पास सेना से संबंधित कोई संवेदनशील जानकारी नहीं थी। वह पहलगाम हमले के आसपास पाकिस्तान गयी थी।

उन्होंने बताया कि ज्योति के माध्यम से कुछ अन्य भारतीय इन्फ्लुएंसर पाकिस्तान की एजेंसी के संपर्क में आये, उनके बारे में जांच की जा रही है। पाक उच्चायोग के अधिकारी दानिश के साथ ज्योति की चैट के बारे में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जांच जारी है, अभी जानकारी साझा नहीं की जा सकती।

पाकिस्तान में मिलता था वीआईपी ट्रीटमेंट

सूत्रों के अनुसार, हिसार पुलिस की पूछताछ में ज्योति ने कबूल किया है कि पाकिस्तान में उसे वीआईपी ट्रीटमेंट मिलता था। ऐसा पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी दानिश और खुफिया अधिकारियों से कॉन्टैक्ट की वजह से होता था। वह पाकिस्तान के अलावा चीन, नेपाल, थाईलैंड, भूटान, इंडोनेशिया समेत कई देशों में जा चुकी है। वह फ्लाइट में हमेशा फर्स्ट क्लास में सफर करती थी। महंगे होटलों में रुकती थी।

आम घर की लड़की, लग्जरी लाइफ की शौकीन

ज्योति का हिसार की न्यू अग्रसेन कॉलोनी में 55 गज का छोटा-सा मकान है, जिसमें तीन कमरे हैं। ज्योति के पिता कारपेंटर हैं, कमाई कुछ खास नहीं होती। घर का खर्च चाचा की पेंशन से चलता था। ज्योति अपने माता-पिता की इकलौती संतान है। बीस साल पहले माता-पिता का तलाक हो चुका है। बताया जा रहा है कि वह इस जिंदगी से ऊब गयी थी, लग्जरी लाइफ जीने का शौक था। ज्योति की पढ़ाई हिसार में हुई। यहां के एफसी कॉलेज से बीए के बाद वह दिल्ली चली गई, जहां उसे 20 हजार वेतन पर नौकरी मिल गई। साल 2020 में कोरोना काल के दौरान नौकरी से निकाले जाने पर वह हिसार लौट आयी। यहां कोई नौकरी नहीं मिली। सोशल मीडिया पर लोगों के वीडियो देखकर उसने भी फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर चैनल बनाकर वीडियो बनाने शुरू कर दिए। उसके पिता हरीश मल्होत्रा के अनुसार, ज्योति ने उनसे कहा कि उसे फंसाया जा रहा है, उसने कोई गलत काम नहीं किया।

पाकिस्तान के बाद गयी थी चीन और नेपाल

ज्योति सुरक्षा एजेंसियों की नजर में तब आयी, जब वह पिछले साल दो महीने के भीतर पाकिस्तान और फिर चीन गयी। वह 17 अप्रैल 2024 को एक महीने के टूर पर पाकिस्तान गयी थी और 15 मई तक वहां रही। पाकिस्तान से लौटने के 25 दिन बाद 10 जून को वह चीन चली गयी। वह 9 जुलाई तक चीन में रहने के बाद वहीं से 10 जुलाई को नेपाल में काठमांडू पहुंच गयी। इससे पहले वह करतारपुर कॉरिडोर से पाकिस्तान गयी, तो वहां पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री और पूर्व पीएम नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज शरीफ से मिली और उनका इंटरव्यू किया था।

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