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प्ले-वे स्कूलों में 40 हजार बच्चों का दाखिला, 2 वर्षों में और 4,000 स्कूल खोलने का निर्णय

चंडीगढ़, 23 सितंबर (ट्रिन्यू) मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 में 3 से 6 वर्ष तक की आयु के बच्चों के संज्ञानात्मक और बौद्धिक क्षमता के विकास पर बल देने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने...
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चंडीगढ़, 23 सितंबर (ट्रिन्यू)

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 में 3 से 6 वर्ष तक की आयु के बच्चों के संज्ञानात्मक और बौद्धिक क्षमता के विकास पर बल देने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने 4,000 प्ले-वे स्कूल खोले हैं। इन स्कूलों में लगभग 40 हजार बच्चों का दाखिला हुआ है। सरकार ने अगले 2 साल में 4,000 और प्ले स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। इनके लिए लगभग 2500 भवन चिह्नित किए हैं। वे शनिवार को चंडीगढ़ में आडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये प्ले स्कूलों में दाखिला लेने वाले बच्चों के अभिभावकों से संवाद कर रहे थे। संवाद के दौरान बच्चों के माता पिता ने कहा कि सरकार द्वारा प्ले स्कूलों की जो सुविधा शुरू की गई है, उससे बच्चों को बहुत लाभ हो रहा है। पहले आंगनवाड़ियों में शिक्षा उतनी बेहतर नहीं होती थी लेकिन अब प्ले स्कूलों में खेल के साथ-साथ बच्चों को अच्छी शिक्षा भी दी जा रही है।

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अभिभावकों ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इन स्कूलों में बच्चों को पौष्टिक भोजन, खेल की सुविधाएं इत्यादि बहुत सुविधाएं मिल रही हैं। अभिभावकों के सुझावों पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां-जहां बच्चों की संख्या अधिक है, वहां कमरों की और व्यवस्था करवाई जाए या अन्य आंगनवाड़ियों को भी प्ले-वे स्कूल में अपग्रेड किया जाए।

इसके लिए उपायुक्त अपने जिलों के प्ले-वे स्कूलों का सर्वे करवाएं ताकि आवश्यकतानुसार कार्रवाई की जा सके। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पहले के समय में घरों में आंगन और गलियां ही हमारा खेलकूद का स्थान होता था, लेकिन आजकल ऐसे स्कूल समाज की जरूरत बन गए हैं। आज के आधुनिक दौर में हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, इसलिए लोग अपने बच्चों को प्ले स्कूल में पढ़ाई के लिए भेजते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश के उज्ज्वल भविष्य की चिंता करते हुए 3 साल की आयु से ही बच्चों के लिए खेल-खेल में शिक्षा का प्रबंध किया है।

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