चंडीगढ़, 15 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा के कॉलेजों एवं यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग कर रहे विद्यार्थियों का सहयोग अब सरकार ‘अमृत सरोवर’ योजना में लेगी। केंद्र सरकार की गांवों में तालाबों एवं जोहड़ों का नवीनीकरण करने की इस योजना को हरियाणा ने अपने यहां लागू किया है। हालांकि इससे पहले ही खट्टर सरकार तालाबों एवं जोहड़ों के संरक्षण व नवीनीकरण के लिए तालाब संरक्षण अथॉरिटी का गठन कर चुकी है। अब विद्यार्थियों के भी विभागों के साथ जोड़ा जाएगा।
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इस बाबत तकनीकी शिक्षा व हायर एजुकेशन विभाग के अधिकारियों के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को भी इस बाबत हिदायतें दी हैं। प्रदेशभर में मजदूर दिवस यानी पहली मई को अमृत सरोवर योजना की शुरुआत की गई थी। इस दिन सीएम मनोहर लाल खट्टर ने सोनीपत के नाहरा गांव से योजना का श्रीगणेश किया। विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा इस योजना को सिरे चढ़ाया जाएगा।
सरकार ने पहले चरण में प्रदेश के सभी 22 जिलों के 75-75 तालाबों/जोहड़ों का नवीनीकरण कर उन्हें ‘अमृत सरोवर’ में बदलने का लक्ष्य रखा है। आजादी के 75वें अमृत महोत्सव से इस योजना को जोड़ते हुए पहले चरण में 75-75 तालाबों का चयन किया है। हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्राधिकरण द्वारा योजना के सिरे चढ़ाने में विभाग का सहयोग किया जाएगा। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के ट्रीटेड वाटर का इस्तेमाल सिंचाई, बागवानी व फैक्टरी आदि में होगा।