नवीन पांचाल/हप्र
गुरुग्राम, 11 फरवरी
गुरुग्राम के सेक्टर 109 स्थित चिंटल्स पैराडिसो हादसे के 17 घंटे बाद शुक्रवार की सुबह करीब 11 बजे मलबे में दबे रेलवे के जीएम एके श्रीवास्तव को सुरक्षित निकाल लिया गया। इस हादसे में उनकी पत्नी समेत दो महिलाओं की मौत हो गई है। पुलिस ने चिंटल्स ग्रुप के एमडी अशोक सलोमान व ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। एडीसी विश्राम कुमार मीणा की अध्यक्षता वाली कमेटी इस मामले की एक सप्ताह में जांच करके रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। हादसा स्थल पर अब मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है।
प्रशासन की ओर से रेस्क्यू आॅपरेशन पूरा होने की बात कही गई है। बृहस्पतिवार की शाम हादसे के बाद बचाव दल ने पहली बाॅडी करीब 11 बजे मलबे से निकली। उनकी पहचान एकता भारद्वाज (32) के तौर पर हुई। बचाव दल को कार्य आॅपरेशन शुरू करते ही पता चल गया था कि मलबे में रेलवे की इंजीनियरिंग विंग के जीएम एके श्रीवास्तव भी दबे हुए हैं। उन्हें सकुशल बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ, एसटीआरएफ, डीसी निशांत यादव, सिविल सर्जन डाॅक्टर विरेंद्र यादव समेत कई अधिकारियों ने अलग-अलग योजनाओं पर चर्चा की। श्रीवास्तव का दाहिने पांव पर छत का लेंटर सीधा गिर गया था जिसके कारण वे निकल नहीं पा रहे थे। मलबा इतना ज्यादा था कि उसे उठाना भी कठिन था। इस बीच एक सुझाव यह आया कि श्रीवास्तव के पांव काटकर उन्हें बाहर निकाल दिया जाए, लेकिन डीसी निशांत यादव व सिविल सर्जन ने पांव काटना मुनासिब नहीं समझा। फिर तय किया गया कि जितना मलबा हटाया जा सकता है, उसे हटाया जाए। इस बीच, स्वास्थ्य विभाग की टीम श्रीवास्तव को दवाएं देती रही ताकि उन्हें दर्द महसूस न हो। सुबह तक मलबा हटाने का कार्य चलता रहा और एक बार फिर एनडीआरएफ की टीम ने श्रीवास्तव का पांव काटने का सुझाव दिया। सिविल सर्जन ने जांच में पाया कि श्रीवास्तव का दाहिना पांव ठीक है, उसमें कहीं फ्रैक्चर नहीं है, अगर पांव काटा जाता है तो सदमे में उनकी जान भी जा सकती है। पुनः तय किया गया कि उन्हें सेडेटिव देकर मलबे के नीचे से पांव को खींचकर बाहर निकाला जाए, लेकिन उनका जूता उसमें आड़े आ रहा था। बाद में पांव के हिस्से को नारियल तेल से चिकना करके उनके पांव को सुरक्षित निकाल लिया गया। करीब 11 बजे उन्हें सुरक्षित निकालकर उनकी इच्छा पर मैक्स अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवा दिया। उन्हें सकुशल स्ट्रेचर पर बाहर निकालकर लाया गया तो वहां उपस्थित रेजिडेंटस ने जिला प्रशासन और एनडीआरएफ के प्रयासों की सराहना की और तालियां बजाकर उनका मनोबल बढ़ाया। इसके कुछ देर बाद उनकी पत्नी सुनीता श्रीवास्तव (52) का शव भी मलबे से निकाल लिया गया। श्रीवास्तव दंपति के दोनों बच्चे यूएस में रहते हैं। उन्हें हादसे की सूचना दे दी गई है।
दूसरी तरफ, इस मामले में मृतक एकता भारद्वाज के पति राजेश भारद्वाज की शिकायत पर चिंटल्स के एमडी अशोक सलोमान, ठेकेदार तथा उस फ्लोर के ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है जो छठी मंजिल पर कार्य कर रहा था।