भिवानी, 8 अप्रैल (हप्र)
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने 10वीं व 12वीं की वार्षिक परीक्षाओं को पूर्णतया नकल रहित संचालन के लिए प्रदेश के सभी 22 जिलों में स्थानीय जिला प्रशासन, पुलिस व शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर रणनीति बनाई हैं। इस रणनीति के तहत परीक्षा में ड्यूटी देने वाले सुपरिंटेंडेंट, अध्यापक सुपरवाइजर व फ्लाइंग स्क्वायड को विशेष रूप से प्रशिक्षित करके परीक्षाओं के नकल रहित संचालन को सुनिश्चित किया है। इसके साथ ही शिक्षा बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लेते हुए नकल करते पाए जाने पर छात्रों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाने तथा 3 साल के लिए डिसक्वालीफाई करने का नया नियम भी जोड़ा हैं, जबकि इससे पहले नकल करते पाए जाने पर सिर्फ दो साल के लिए डिसक्वालीफाई करने का ही प्रावधान था।
बोर्ड सचिव राजीव प्रसाद ने भिवानी के पंचायत भवन में जिला के शिक्षा अधिकारी, सुपरवाइजर, सुपरिंटेंडेंट, पुलिस अधीक्षक व स्थानीय प्रशासन के साथ नकल रोकने के अभियान के प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत की, जो सभी 22 जिलों में चलाया जाएगा। बोर्ड सचिव ने शिक्षा विभाग के कर्मचारियों व अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि जिले में 20 अप्रैल से आयोजित होने वाली 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के लिए प्रत्येक परीक्षा केंद्र के आसपास धारा 144 लागू रहेगी। सभी परीक्षा केंद्रों पर जैमर व सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई है।
शिक्षा विभाग ने नकल करवाने में संलिप्त अध्यापकों, सुपरवाइजर व सुपरिंटेंडेंट को ट्रांसफर पॉलिसी में नेगेटिव मार्किंग का नया नियम बनाया है, ताकि नकल जैसी बुराई को हरियाणा से मिटाया जा सकें।
मेवात, सोनीपत, भिवानी सहित 7 जिलों में ज्यादा मामले
बोर्ड सचिव राजीव प्रसाद व बोर्ड उपाध्यक्ष बीपी यादव ने बताया कि सबसे पहले यह अभियान अधिक नकल के मामले पाए जाने वाले जिलों मेवात, सोनीपत, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, हिसार, भिवानी, रोहतक में चलाया जाएगा।
शिविर में दी नये नियमों की जानकारी
नकल रहित परीक्षाओं के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अध्यापक सुखबीर व अध्यापिका संतोष भॉकर ने बताया कि आज के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उन्हें शिक्षा विभाग व शिक्षा बोर्ड द्वारा नकल रोकने के नए नियमों के बारे में जानकारी दी गई है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं व 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 20 अप्रैल से 18 मई तक चलेंगी, जिसमें लगभग 7 लाख 50 हजार परीक्षार्थी 2500 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षाएं देंगे।