करनाल, 4 जून (हप्र)
स्वास्थ्य विभाग द्वारा नौकरी से हटाए गए अनुबंधित कोविड कर्मचारियों ने सरकार पर विश्वासघात का आरोप लगाते हुए कहा है कि अगर उन्हें स्पष्ट रूप से लिखित जॉइनिंग लेटर नहीं दिया गया तो वह फिर से अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि पंचकूला में धरने पर बैठे कर्मचारियों को एक जून को ज्वाइनिंग लेटर के नाम पर जो पत्र दिया गया उसमें यह कह दिया गया कि आवश्यकता अनुसार ही कर्मचारियों की ज्वाइनिंग कौशल रोजगार निगम के माध्यम से की जाएगी, यानि हटाए गए सभी कर्मचारियों को नौकरी पर नहीं रखा जाएगा। कर्मचारियों को यह स्थिति तब स्पष्ट हुई जब सीएमओ ने पत्र में लिखे निर्देशों से अवगत करवाया। इससे प्रदेश के 1045 कर्मचारी स्वयं को ठगा-सा महसूस कर रहे हैं।
करनाल में नौकरी से हटाए गए कर्मचारियों ने कहा कि सीएमओ के अनुसार पत्र में साफ-साफ लिखा है कि हमेें जितने स्टाफ की जरूरत होगी हम उतने स्टाफ को ही रखेंगे। उनको भी कौशल रोजगार योजना के तहत जॉइनिंग लेटर मिलेगा। जिन लोगों की सैलरी 30 हजार से ऊपर थी उन लोगों की तो उस पोर्टल में पोस्ट ही नहीं है, इसलिए उन लोगों की ज्वाइनिंग तो हो ही नहीं सकती।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार और अधिकारियों ने कोविड कर्मचारियों के साथ एक प्रकार से विश्वासघात किया है।
एमडी एनएचएम ऑफिस पंचकूला का कल घेराव
कोविड कर्मचारियों ने कहा कि पूरे प्रदेश के कर्मचारी शनिवार को अंबाला में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से मिलने पहुंचे तो वहां पर वह भी कर्मचारियों से बिना मिले ही अपनी गाड़ी में बैठ कर चले गए। इसके चलते कर्मचारियों की ड्यूटी ज्वाइनिंग की उम्मीदों को झटका लगा। कोरोना कर्मचारी एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि छह जून को कोविड कर्मचारी एसोसिएशन के सभी जिलों के कर्मचारी इकट्ठे होकर एमडी एनएचएम ऑफिस पंचकूला का घेराव करेंगे। स्पष्ट रूप से लिखित जॉइनिंग लेटर नहीं मिलने तक फिर से वहीं पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर देंगे। इस अवसर पर ललित, अमित, रवि, शिवा, मनीष, पूजा, प्रियंका व शिल्पी मौजूद रहे।