भिवानी, 1 जून (हप्र)
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर निजीकरण के विरोध व रोडवेज बेड़े में नई बसें लाने की मांग को लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने तीन दिवसीय हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की।
डिपो प्रधान प्रदीप दुग्गल, ललित शर्मा, राज्य कमेटी के नेता नरेंद्र, औमप्रकाश ग्रेवाल व पवन शर्मा ने संयुक्त रूप से रोडवेज बस स्टैंड पर उपस्थित यात्रियों व विद्यार्थियों को बताया कि हरियाणा सरकार निजीकरण की आड़ में सरकारी परिवहन सेवा का बेड़ा गर्क करने पर तुली है। आज रोडवेज बसों की संख्या दिन प्रतिदिन घटती जा रही है वहीं यात्रियों की जनसंख्या बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस जनसंख्या को देखते हुए परिवहन बेड़े में सरकार द्वारा करीब 10 हजार नई बसें शामिल करनी चाहिए। जिससे युवाओं को रोजगार मिलेगा व आमजन को और बेहतर परिवहन सेवा लेकिल सरकार रोडवेज बेड़े में बसें लाने की बजाय निजी बसों को बढ़ाने के लिए नई-नई नीतियां बना रही है। जिसके प्रति रोडवेज के कर्मचारियों में भारी रोष हैं। इस अवसर पर मंजीत सिंघवा, अनिल फौजी, जयकिशन, इकबाल, ईश्वर कालुवास, अमित तालू, सुरेश नेहरा, राजपाल कितलाना, अनिल नागर, राकेश, सुमित, पवन, दलीप, अमर, नरेश, प्रदीप यादव, सतबीर रोडवेज कर्मचारी मौजूद रहे।
डीसी से मिला प्रतिनिधिमंडल
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा जिला भिवानी का 4 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जिला प्रधान मास्टर सुखदर्शन सरोहा की अध्यक्षता में कर्मचारियों की मांगों व मुद्दों के समाधान के लिए उपायुक्त से मिला। सरोहा ने बताया कि उनके अधीन कार्यरत सभी विभागों में कच्चे कर्मचारी डीसी रेट पर कार्यरत हैं। कर्मचारियों का हर वर्ष डीसी रेट बढ़ाया जाता रहा है लेकिन 2022 सत्र के दौरान उनका डीसी रेट नहीं बढ़ाया गया है। संगठन ने मांग की कि बढ़ती मंहगाई के मद्देनजर डीसी रेट बढ़ाया जाए ताकि कच्चे कर्मचारियों के परिवार का गुजर-बसर सही तरीके से हो सके। प्रतिनिधिमंडल में जिला प्रधान मास्टर सुखदर्शन सरोहा के अलावा जिला सचिव सूरजभान जटासरा, नरेन्द्र व लोकेश सिंह शामिल थे।