कुरुक्षेत्र, 8 जुलाई (हप्र)
हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन संबंधित सर्व कर्मचारी संघ के आह्वान पर कर्मचारियों ने डीसी कार्यालय पर पड़ाव डाला और एक दिवसीय सांकेतिक भूख हड़ताल की। इस अवसर पर महासचिव हितेंद्र सिहाग, राज्य कमेटी सदस्य बिजेंद्र सिंह व रणबीर रोहिल्ला ने कहा कि सरकार ने सभी विभागों के मिनिस्ट्रीयल स्टाफ के कैडर पर हमला बोला और स्टाफिंग पॉलिसी बना दी है। स्टाफिंग पॉलिसी में कहा गया कि मिनिस्ट्रीयल स्टाफ साल के 365 दिनों में केवल 236 दिनों में 1888 कार्य करता है। एक लिपिक के लिए प्रतिदिन 100 से 150 पत्र डायरी डिस्पैच का पैमाना तय किया गया हैं। इसी प्रकार टाइपिस्ट, डाटा एंट्री ऑपरेटर के लिए प्रतिदिन 25 पृष्ठ टाइप का वर्कलोड निर्धारित किया है। सरकार धीरे-धीरे पेपरलैस के नाम पर मानवविहीन दफ्तरों की स्थापना की ओर बढ़ रही है। शिक्षा मंत्री द्वारा दो साल से बात न करने व मानी हुई मांगों का हल न करने के विरोध में शिक्षा विभाग फील्ड कर्मी 21 अगस्त को शिक्षा मंत्री के गृह जिला यमुनानगर में हल्ला बोल प्रदर्शन करेंगे। इस अवसर पर अन्नु चैधरी, सुमित्रा, यशपाल, राजेश, टिक्का सिंह, विनोद, सुखबीर सिंह, जितेंद्र, ब्रह्मप्रकाश, बलवान सिंह, सुशील कुमार, राजेंद्र, धर्मबीर मोर, नरेश कुमार, सुशील, बिजेंद्र मलिक आदि उपस्थित रहे।
ये है मांगें
सातवें वेतन आयोग में क्लर्क का वेतन पै-मैट्रिक्स लेवल-6 में 35400, असिस्टेंट का लेवल-7 में 44900, डिप्टी सुपरींटेंडेंट का लेवल-8 में 47600, सुपरींटेंडेंट का लेवल-10 में 56100, पुरानी पेंशन, पोस्ट कैप्ट ना करने, वरिष्ठता सूची अपडेट करने की मांग की गई।