नूंह/मेवात, 20 अप्रैल (निस)
जिला में बिजली के बढ़ते संकट से चौतरफा हाहाकार मचा हुआ है। इससे बिजली का संकट भी गहरा रहा है। बिजली-पानी के संकट को लेकर जिला में रोजाना जगह -जगह रोड जाम और कोरे आश्वासन के बाद रास्ते खोले जा रहे हैं। गर्मी में रोजेदार व कुटीर उद्योग भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। जिलावासियों को आरोप है कि रमजान माह में जिला प्रशासन के 24 घंटे बिजली देने के दावे फ्लॉप साबित हो रहे हैं। जबकि समस्या से जूझ रहे जिलावासी शासन-प्रशासन तक को समस्या समाधान के लिए बार-बार चेता रहे है।
नसीबा, काले खान, दराज, मजीद, इस्माइल, मोहम्मद खान, अमर मोहम्मद, सैकुल, मौलवी अयूब, मौलवी सद्दाम, आस मोहम्मद, साहिद, सोनू, पूर्व पार्षद बाबूलाल, ग्यासी राम नम्बरदार, पृथ्वी प्रधान व राम सहाय आदि ने बताया कि जिला में बिजली के बढ़ते संकट से चौतरफा हा-हाकार है। इस बारे में तावडू के 66 केवीए बिजली घर के कर्मचारी कुछ भी कहने के लिए तैयार नहीं हुए। वहीं, डीएचबीवीएन के एजीएम लियाकत अली ने दावा कर कहा कि वह शेडयूल के हिसाब से बिजली मुहैया करा रहे हैं और कई बार तकनीकी फाल्ट व अव्यवस्था के लिए बिजली काटने की बात कही।
रात भी गर्माने लगी
कनीना (निस) : क्षेत्र में भीषण गर्मी से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है। ऐसे में दिन के बजाय रात भी गर्माने लगी है। वहीं बढती गर्मी के बीच बिजली के अघोषित कट लग रहे हैं । प्रदेश सरकार की ओर से लागू की गई जगमग योजना भी बिजली कटों के सामने दम तोड़ती दिखाई दे रही है।