चंडीगढ़, 23 मई (ट्रिन्यू)
फरीदाबाद नगर निगम सहित 7 निकायों के चुनावों का ऐलान अभी नहीं हुआ। इनके चुनाव अगले चरण में होंगे। चुनाव आयोग ने अम्बाला सदर की नगर परिषद की वार्डबंदी में धांधली के चलते नये सिरे से सर्वे के आदेश सरकार को दिए हैं। फरीदाबाद नगर निगम में वार्डबंदी का काम अभी चल रहा है। इसमें अभी वक्त लगेगा। थानेसर और सिरसा नगर परिषद को लेकर सरकार की ओर से आयोग को अभी सूचना ही नहीं भेजी गई है।
वहीं बाढ़डा, बादली और सीवन नगर पालिका में मतदाता सूचियों का काम अधर में होने की वजह से इनका चुनाव कार्यक्रम घोषित नहीं हो पाया। यहां बता दें कि फरीदाबाद नगर निगम का कार्यकाल फरवरी में पूरा हो चुका है। नियमों के हिसाब से कार्यकाल पूरा होने से पहले चुनाव कार्यक्रम जारी करना होता है, लेकिन पिछले दोनों टर्म से चुनावों में देरी हो रही है। इस बार भी निकायों के चुनाव लगभग एक साल देरी से हो रहे हैं। बहरहाल, फरीदाबाद की वार्डबंदी के बाद वोटर लिस्ट का काम होगा। अम्बाला नगर निगम को तोड़कर सरकार ने अम्बाला सिटी को नगर निगम और अम्बाला सदर को नगर परिषद बनाया था। अम्बाला सिटी नगर निगम के चुनाव दिसंबर-2020 में हो चुके हैं।
राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह का कहना है कि अम्बाला सदर की वार्डबंदी को लेकर शिकायतें आ रही थीं। कुछ वार्ड ऐसे हैं, जिनकी आबादी पांच हजार है और वहां वोट बनाए गए हैं पांच हजार से भी अधिक। इसी तरह से कुछ वार्डों में महज तीन हजार वोट हैं तो कुछ में 9 हजार से भी अधिक। ऐसे में निकाय विभाग को निर्देश दिए हैं कि नये सिरे से सर्वे करवाया जाए। धनपत सिंह ने कहा, सरकार की ओर से कुल 50 निकायों के चुनाव के लिए अनुमति आई थी। इनमें फरीदाबाद निगम के चुनाव अभी देरी से होंगे।
मानसून के बाद होंगे पंचायत चुनाव
पंचायती राज संस्थाओं – जिला परिषद, ब्लाॅक समिति व ग्राम पंचायतों के चुनावों में और देरी होने वाली है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट चुनाव पर लगाई रोक हटा चुका है और चुनाव करने की परमिशन दी जा चुकी है। अभी पंचायतों में मतदाता सूचियों का काम चल रहा है। यह करीब दो महीने चलेगा। इसी दौरान मानसून आ जाएगा। ऐसे में मानसून के बाद ही पंचायतों के चुनाव होंगे। राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह का कहना है कि सरकार की ओर से चिट्ठी आ चुकी है, लेकिन मतदाता सूचियों में समय लगने के चलते अभी चुनाव संभव नहीं हैं।