ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से हों देश में चुनाव : भूपेंद्र हुड्डा
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून- व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है। कोई भी व्यक्ति कहीं भी सुरक्षित नहीं है। पुलिस विभाग में बड़ी संख्या में अधिकारियों और कर्मचारियों के पद खाली पड़े हैं। इसमें हुड्डा ने यह भी कहा कि स्कूलों और कॉलेज में अध्यापक नहीं हैं। सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर नहीं हैं। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने अपनी यह बात एक बार फिर दोहराई कि हरियाणा में भाजपा ने निर्वाचन आयोग के साथ मिलकर वोट चोरी से अपनी सरकार बनाई है।
हुड्डा ने कहा कि जब हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ था, तब निर्वाचन आयोग ने कहा था कि लगभग 61 प्रतिशत वोटिंग हुई है। बाद में इसे बढ़ाकर 67 प्रतिशत कर दिया गया। आज के डिजिटल युग में मतदान की सही जानकारी तुरंत उपलब्ध हो जाती है। ईवीएम में रातों-रात वोट कैसे बढ़ गए। हुड्डा ने यह भी कहा कि जर्मनी समेत अनेक विकसित देशों में ईवीएम को नकार कर फिर से बैलेट पेपर पर वोटिंग शुरू की गई है। भारत में भी ईवीएम को हटाकर बैलेट पेपर पर वोटिंग होनी चाहिए, क्योंकि ईवीएम पर संदेह के बादल गहरा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा में वोट चोरी के पुख्ता सबूत जनता और निर्वाचन आयोग के सामने रखे हैं।
निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी है कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से चुनाव करवाए, लेकिन आज निर्वाचन आयोग अपनी इस जिम्मेदारी को निभाने की बजाय सरकार का साथ दे रहा है। देश में इससे पहले कभी भी निर्वाचन आयोग और दूसरी संवैधानिक संस्थाओं पर इतने बड़े सवालिया निशान नहीं लगे थे, जितने भाजपा के राज्य में लगे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में जब निर्वाचन आयोग एसआईआर लागू करेगा, तब कांग्रेस इस बात को सुनिश्चित करेगी कि एक भी वैध मतदाता का वोट नहीं कटे और अवैध मतदाता का वोट मतदाता सूची में नहीं जुड़े। इसके लिए कांग्रेस ने हरियाणा में अपने बीएलओ नियुक्त कर दिए हैं। उनके साथ सांसद सतपाल ब्रह्मचारी, आदमपुर के विधायक डॉ चंद्रप्रकाश, जिला कांग्रेस प्रधान ऋषिपाल हैबतपुर, पूर्व विधायक सुभाष गांगोली, सुभाष अहलावत, डॉ सुरेश देव कौशिक, नवीन सांगवान, दीपक पिंडारा, पूर्व जिला पार्षद सत्तू ढांडा आदि भी थे।
