कुरुक्षेत्र, 17 अप्रैल (हप्र)
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में प्रेरणा संस्था के संस्थापक जय भगवान सिंगला के प्रयासों से भारत विभाजन की त्रासदी से समाज को रूबरू करवाने एवं स्वाभिमानी परिवारों के सम्मान में यादें 1947 के नाम से कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में अविभाजित भारत के विस्थापित परिवारों से भी लोगों को रूबरू करवाया गया। जय भगवान सिंगला ने बताया कि इस मौके पर दिल्ली, करनाल, लुधियाना सहित अनेक क्षेत्रों से पहुंचे बुजुर्गों और परिवारों ने अपने साथ घटित 1947 की त्रासदी को साझा किया। दो सत्र में आयोजित कार्यक्रम में उर्दू अकादमी पंचकूला, हरियाणा के निदेशक डा. चंद्र त्रिखा, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, डा. ममता सचदेवा प्रमुख वक्ता रहे।
कार्यक्रम में डा. अमरजीत सिंह, पूर्व उपायुक्त सुमेधा कटारिया, रतन चंद सरदाना, संजीव लखनपाल, कृष्ण बजाज, धीरज गुलाटी, सूरजपाल, महेंद्र शर्मा, हरकेश पपोसा, डा. हरबंस कौर इत्यादि की विशेष भागेदारी रही। जय भगवान सिंगला ने इस कार्यक्रम का योगदान कुरुक्षेत्र के प्रतिभाशाली युवक केशव मेहता को दिया। जिसने बिना किसी सरकारी अथवा अन्य संस्था के आर्थिक सहयोग के अपने स्वयं के संसाधनों से देश के 1947 के बंटवारे की त्रासदी बारे वीडियो फिल्म बनाई।