गोहाना, 15 मई (निस)
गांव बनवासा के 66 साल के राम सिंह को समाज कल्याण विभाग ने मृत दिखाकर उनकी बुढ़ापा पेंशन काटकर दी। अब बुजुर्ग खुद को जिंदा साबित करने के लिए विभागों के चक्कर लगाने को मजबूर है। राम सिंह समाज कल्याण विभाग और स्वास्थ्य विभाग के चक्कर लगा चुके हैं लेकिन उनके रिकार्ड को ठीक नहीं किया जा रहा है।
गांव बनवासा के राम सिंह ने बताया कि 61 साल की उम्र में समाज कल्याण विभाग ने उनकी बुढ़ापा पेंशन बना दी थी। वे मार्च, 2017 से बुढ़ापा पेंशन ले रहे थे। राम सिंह का पेंशन खाता गांव बनवासा के डाकघर की शाखा में है। मार्च की पेंशन अप्रैल मध्य में आई थी। वे 28 अप्रैल को डाकघर में पेंशन लेने गए, लेकिन उनकी पेंशन नहीं आई। रामसिंह तीन दिन बाद फिर डाकघर गए तो पेंशन नहीं आई मिली। रामसिंह ने रिकार्ड की जांच करवाई तो उनको 15 अप्रैल, 2022 को मृत दिखाया गया।
राम सिंह गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गये तो वहां कह दिया गया कि इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। समाज कल्याण विभाग के जिला कार्यालय गया तो कहा गया कि पूर्व सरपंच से लिखवा कर दो कि वे जिंदा हैं। पूर्व सरपंच से लिखकर देने के बावजूद रिकार्ड ठीक नहीं किया गया। बाद में कहा गया कि स्वास्थ्य विभाग से लिखवाकर लाएं कि उनका मृत्यु प्रमाणपत्र जारी नहीं किया गया। रामसिंह इसके बाद जिला अस्पताल पहुंचे तो वहां उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई।