भिवानी, 25 अक्तूबर (हप्र)
कृषि कानूनों के खिलाफ गांव मिरान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाने का प्रयास कर रहे अखिल भारतीय किसान सभा के सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार लोगों में सभा के पदाधिकारी करण सिंह जैनावास को सुबह उनके घर से गिरफ्तार किया गया। मास्टर रघुवीर सिंह भेरा, मंजीत सिंह मिरान, रणधीर सिढान, ओमप्रकाश, हुकमसिंह व जिले सिंह को मिरान से गिरफ्तार कर थाना तोशाम लाया गया है। थाना प्रभारी संदीप कुमार ने उन्हें पुतला जलाने से मना किया तो किसान नेताओं ने कहा कि वे प्रधानमंत्री का पुतला जरूर जलाएंगे। इस पर सभा के पदाधिकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी बिल लाकर उन्हें बर्बाद कर रही है। सभा कृषि बिलों को रद्द करवाने के लिए संघर्ष करती रहेगी।
गिरफ्तारी पर जताया रोष

भिवानी (हप्र) : भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने ओबरा में किसान सभा के जिला सचिव बलबीर ठाकन की गिरफ्तारी की घोर निंदा की है। माकपा जिला सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि पूरे प्रदेश में कृृषि कानूनों के विरोध में खट्टर सरकार का पुतला दहन करना था। हरियाणा सरकार ने तानाशाही रुख अपनाते हुए ओबरा से किसान सभा के जिला सचिव बलबीर ठाकन को गिरफ्तार कर लिया। जिससे साफ है कि भाजपा सरकार का जनतंत्र में विश्वास नहीं है।
कंडेला में भी जलाये मोदी, खट्टर व दुष्यंत के पुतले
जींद (हप्र) : कंडेला गांव में भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर किसानों का बेमियादी धरना रविवार को आठवें दिन भी जारी रहा। इस दौरान किसानों ने दशहरा पर्व पर रावण के स्थान पर धरनास्थल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पुतले फूंक कर अपना विरोध जताया। ये किसान केंद्र सरकार द्वारा लागू किये के तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में बेमियादी धरना दे रहे हैं। किसानों की मांग है कि सरकार तुरंत इन काले कानूनों को वापिस ले। धरने पर मौजूद किसान कुलदीप सिंह शाहपुर दलबीर सिंह, आजाद, ईश्वर, रामचंद्र, नफे सिंह ईगरा ने कहा कि आज दशहरा पर्व पर हरियाणा, पंजाब, राजस्थान आदि राज्यों में नये कृषि कानूनों के विरोध में प्रधान मंत्री समेत सत्तासीन भाजपा नेताओं के पुतले फूंके गए हैं। इधर, शहर में भी अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति व मजदूर संगठनों के आह्वान पर किसान मजदूरों को बंधुआ गुलाम बनाने वाले काले कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर केंद्र सरकार का पुतला फूंका। इस मौके पर किसान सभा के प्रदेशाध्यक्ष फूलसिंह श्योकंद, सीटू के राज्य उपप्रधान रमेश चंदर, प्रकाश, कपूर सिंह, रोहताश ने भी संबोधित किया।
सफीदों में 10 नेताओं के पुतले जलाये
सफीदों (निस) : भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने रविवार को सफीदों व पिल्लुखेड़ा में प्रधानमंत्री के पुतले को आग लगाई। निमनाबाद के किसान गगनदीप सिंह की अध्यक्षता में किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री मनोहरलाल, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व सोनीपत के भाजपा सांसद रमेश कौशिक सहित कुल 10 सत्ताधारी राजनेताओं के पुतले के साथ किसानों ने प्रदर्शन किया और उसके बाद मार्किट कमेटी गेट के समीप पुतले को आग लगा दी। वहीं, पिल्लुखेड़ा की पुरानी मण्डी में भी नरेंद्र मोदी पुतले को आग के हवाले किया गया। वहां इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भाकियू के जिला अध्यक्ष लीलूराम ने की।
किसान नेताओं की मांगी रिहाई
रोहतक (हप्र) : अखिल भारतीय किसान सभा ने गांव मायना और बहुअकबरपुर में कृषि कानूनों का पुतला जलाया और भिवानी में किसान नेताओं की गिरफ्तारी की निन्दा करते हुए उनकी तुरन्त रिहाई की मांग की। किसान सभा जिला प्रधान प्रीत सिंह और उप प्रधान कैप्टन शमशेर मलिक ने आरोप लगाया कि किसानों ने पूरे प्रदेश में तीन कृषि कानूनों के विरोध में मोदी व खट्टर सरकार के पुतला दहन का कार्यक्रम था। इसे विफल करने के लिए भिवानी के कई किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। इससे साफ पता चलता हैं कि भाजपा सरकार का जनतंत्र में विश्वास नहीं हैं। बहू अकबरपूर में विरोध कार्रवाई का नेतृत्व प्रीत सिंहव ईशवर बलाहरा ने किया जबकि मायना में कार्रवाई का नेतृत्व कैप्टन शमशेर मलिक ने किया।
तीनों अध्यादेश वापस नहीं लिये तो मनाएंगे काली दीपावली
नारनौंद (निस) : अनाज मंडी में किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री का पुतला फूंका इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस ने पुतला बुझाने का प्रयास भी किया, लेकिन इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसान शीलू लोहान, मास्टर फुल कुमार अनाज मंडी में इकट्ठे हो गए। कृषि कानूनों के विरोध में किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पुतला जलाने के लिए हांसी जींद मार्ग पर अनाज मंडी के बाहर पहुंच गए किसानों ने नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री का पुतला जला दिया। पुलिस ने तुरंत ही कार्रवाई करते हुए पुतले को बुझा दिया और किसानों को वहां से खदेड़ दिया। किसान नेता शिलू लोहान ने बताया कि आज दशहरे के दिन रावण का पुतला ना जलाकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का पुतला फूंका है। इससे सरकार को समझ जाना चाहिए और वह किसानों के खिलाफ षड्यंत्र रचना बंद कर दे और तीनों अध्यादेश को तुरंत वापिस ले अन्यथा किसान इस बार काली दीपावली मनाएंगे।
कांग्रेस का सत्याग्रह कार्यक्रम 31 को भिवानी में
भिवानी (हप्र) : 31 अक्टूबर को लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शहीदी दिवस को कांग्रेस किसान अधिकार दिवस के रूप में मनाएगी। भिवानी में होने वाले इस सत्याग्रह कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल, प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा, वरिष्ठ नेता किरण चौधरी, पूर्व सांसद श्रुति चौधरी समेत कई बड़े नेता शिरकत करेंगे। पूर्व कैबिनेट मंत्री किरण चौधरी ने कहा कि कांग्रेस किसान विरोधी तीन काले कानूनों के खिलाफ और हाथरस में हुई दलित बेटी के बलात्कार के बाद हत्या के मामले को कांग्रेस सत्याग्रह धरनों, रोष प्रदर्शनों आदि के माध्यम से जोरशोर से उठा रही है। उन्होंने कहा कि तीनों किसान विरोधी कानून रद्द होने और हाथरस की बेटी को इंसाफ मिलने तक कांग्रेस का आंदोलन जारी रहेगा।
प्रशासन को छकाया, भांडवा के मेन बस स्टैंड पर जलाया पुतला
बाढड़ा (निस): किसान संगठनों द्वारा दशहरा पर्व पर केन्द्र सरकार द्वारा पुतला दहन की घोषणा के बाद पुलिस प्रशासन ने उपमंडल को छावनी में तब्दील कर दिया। डीएसपी की अगुवाई में सैकड़ों पुलिसकर्मी रविवार सुबह ही किसानों के आंदोलन को टालने में जुट गए तथा 6 किसान नेताओं के घरों तथा किसान भवन पर पुलिस टीमें तैनात कर दी। भाकियू महासचिव हरपाल भांडवा को पुलिस ने दो घंटे तक हिरासत भी रखा, लेकिन किसान संगठनों ने दोपहर बाद किसान भवन की बजाये अचानक भांडवा के मुख्य बस स्टैंड से गुजरने वाली दादरी-लोहारु रोड पर पुतला जलाकर रोष प्रकट किया। इससे पहले किसानों के आंदोलन को शांतिप्रिय ढंग से निटपने की रणनीति के तहत मुख्य क्रांतिकारी चौक, अनाज मंडी, किसान भवन पर सुबह ही पुलिस बल तैनात कर दिया था। वहीं किसान नेताओं के आवास पर भी भारी संख्या में पुलिसकर्मी नियुक्त कर दिये। भाकियू अध्यक्ष धर्मपाल बाढड़ा को उनके घर पर तथा भाकियू महासचिव हरपाल भांडवा को पुलिस अपने साथ ले आई। उन्हें दो घंटे पुलिस स्टेशन में हिरासत रखने के बाद किसान भवन में छोड़ा गया। पुलिस ने पुतला दहन को रोकने के लिए अपनी तरफ से पूरी रणनीति बनाई, लेकिन महासचिव हरपाल, सूबेदार चंद्रपाल, संदीप, पूर्व सरपंच गिरधारी मोद, रणधीर सिंह समेत कई किसान संगठनों के पदाधिकारियों ने रणनीति बदल कर अचानक अलग-अलग तरीके से भांडवा के मुख्य बस स्टैंड पर पहुंच कर पुतला तैयार किया और उसे जला दिया।
अनाज मंडी में छात्रों ने दिया किसानों का साथ
सोनीपत (हप्र) : तीन कृषि कानूनों के खिलाफ भारतीय किसान पंचायत और छात्र एकता मंच के नेतृत्व में किसानों ने नई अनाज मंडी में प्रदर्शन किया। इस दौरान पुतला फूंकने को लेकर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तनातनी हो गई। प्रदर्शनकारी मंडी में पुतला फूंकना चाहते थे, परंतु पुलिस ने ऐसा करने से उन्हें रोक दिया। इसके बाद किसानों ने अनाज मंडी में विरोध मार्च निकाला और सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द किसान विरोध कानूनों को वापस ले। इस दौरान भारतीय किसान पंचायत के अध्यक्ष भगत सिंह ने कहा कि नए कृषि कानून से मंडी व्यवस्था समाप्त हो जाएगी। किसानों की फसलों का सही भाव उन्हें नही मिल पाएगा। इसके चलते किसान की आर्थिक स्थिति और अधिक खराब हो जाएगी। वहीं, छात्र एकता मंच के अध्यक्ष सचिन ने कहा कि केन्द्र सरकार न सिर्फ किसान, आढ़ती और मजदूरों के हितों के साथ खिलवाड़ कर रही हैं, बल्कि निजीकरण को बढ़ावा देकर युवाओं को बेरोजगारी की तरफ धकेल रही हैं। इस दौरान वजीर, छत्र सिंह, दलबीर, वेदप्रकाश, सचिन, साहिल, दीपक आदि मौजूद थे।