पानीपत, 12 जून (ट्रिन्यू)
एक सप्ताह बाद होने वाले समालखा नगर पालिका चुनाव में चेयरमैन पद के उम्मीदवार बहुकोणीय मुकाबले में फंसे हैं। अभी यह कहा नहीं जा सकता कि ऊंट किस करवट बैठेगा, लेकिन मुकाबले को तिकोणा बनाने के भी प्रयास जारी हैं। जातीय समीकरणों के जरिये भी हार-जीत की अटकलें जारी हैं। चुनाव प्रचार पर प्रचंड गर्मी का असर देखा जा सकता है। चुनाव में राष्ट्रीय अथवा राज्यीय मुद्दे गौण और स्थानीय मुद्दे हावी हैं। अधिकांश उम्मीदवारों ने शहर में चुनावी कार्यालय खोल लिए हैं। फैसला क्षेत्र के 32 हजार से अधिक मतदाता करेंगे। यहां चेयरमैन पद के लिये आठ उम्मीदवार मैदान में हैं। भाजपा से अशोक कुच्छल, आम आदमी पार्टी से भरत सिंह छौक्कर, इनेलो से उमेश, बसपा से हारूनदीप और संजय बेनीवाल, कुसुमलता, अशोक गुप्ता व सुनीता निर्दलीय मैदान में उतरे हैं। 17 वार्डों में 55 उम्मीदवार भी पार्षद पद के लिये किस्मत आजमा रहे हैं। वार्ड चार से निर्दलीय रेणु पार्षद पद के लिये निर्विरोध चुनी जा चुकी हैं। भाजपा ने वार्ड 6 और 15 से पार्षद पर के लिये कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा है। चेयरमैन पद के लिये भाजपा ने पूरी ताकत झोक दी है। पार्टी के विभिन्न मोर्चा के पदाधिकारी भी चुनाव मैदान में डटे हैं।
हर उम्मीदवार की सुन रहे बात
नगरपालिका में भ्रष्टाचार को खत्म करने, गलियों में लटकते बिजली के तार, गलियों-नालियों की सफाई, गंदे पानी की निकासी, पार्कों की बदहाली, सार्वजनिक स्थानों पर शौचालयों का निर्माण, सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाना आदि मुद्दे हावी हैं। फिलहाल मतदाता खामोश है और हर उम्मीदवार को वोट देने की हामी भर रहा है।