नरेंद्र ख्यालिया/निस
हिसार, 26 जून
शिक्षा विभाग ने ट्रांसफर ड्राइव की समय सारिणी जारी करते हुए 3 साल की बाध्यता को खत्म करने का निर्णय लिया है। इस ड्राइव में अतिथि और तदर्थ शिक्षकों को शामिल कर सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। 28 जून से 27 जुलाई तक इस ड्राइव को चलाया जाएगा। शिक्षा विभाग ने इसका खाका भी तैयार कर लिया है। विभाग के निर्णय के अनुसार 28 जून से 4 जुलाई तक शिक्षकों से हां और ना के बारे में पूछा जाएगा, उसके बाद 5 से 10 जुलाई तक पदों का रेशनेलाइजेशन, योग्य शिक्षकों की सूची तैयार करना व पदों की गणना सहित अन्य प्रक्रियाएं चलेंगी। इसी प्रकार से 11 से 18 जुलाई तक शिक्षकों से स्कूलों की पसंद मांगी जाएगी, उसके बाद 19 से 26 जुलाई तक मैरिट बनाना, संबंधित शाखाओं से सत्यापन सहित अन्य प्रक्रियाएं अपनाई जाएंगी और अंतिम आदेश जारी करते हुए 27 जुलाई को रिलीविंग-ज्वाइनिंग किया जाएगा। पहली बार जेबीटी को छोड़कर सभी श्रेणियों को एक साथ ड्राइव में शामिल किया जा रहा है, जिसके चलते ड्राइव चलने में शिक्षकों को समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के कारण जेबीटी को शामिल नहीं किया जा सकता। पदों का रेशनलाइजेशन करने, पदों को बढ़ाने व घटाने में व रिटायरमेंट में बचे समय की गणना 30 जून के आधार पर की जाएगी, क्योंकि एक साल से कम समय में रिटायर होने वाले शिक्षकों को ड्राइव में शामिल नहीं किया जाता है।
संगठन की बताया जीत
हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) के राज्य प्रधान सतपाल सिंधु ने कहा कि 3 साल की बाध्यता को खत्म करना और ड्राइव में अतिथि व तदर्थ शिक्षकों को शामिल करना संगठन की बड़ी जीत है। उन्होंने इसके लिए सरकार व शिक्षा विभाग का आभार जताते हुए इसे सराहनीय कदम बताया है।