महेंद्रगढ़, 23 अप्रैल (हप्र)
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि), महेंद्रगढ़ के पर्यावरण अध्ययन विभाग द्वारा पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में ‘प्लैनेट बनाम प्लास्टिक‘ पर केंद्रित दो दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत की गयी। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने अपने संदेश के माध्यम से कहा कि विश्वविद्यालय में पृथ्वी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और सकारात्मक पर्यावरणीय कार्रवाई को प्रेरित करने की एक सराहनीय पहल है। विश्वविद्यालय की शोध अधिष्ठाता प्रो. नीलम सांगवान ने पृथ्वी दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की संयोजक एवं पर्यावरण अध्ययन विभाग की अध्यक्ष डॉ. मोना शर्मा ने बताया कि दो दिवसीय इस आयोजन के पहले दिन पर्यावरण संरक्षण के महत्व को दृष्टिगत रखते हुए विश्वविद्यालय परिसर में सफाई अभियान चलाया गया। इसके बाद ‘स्लोगन’ लेखन का आयोजन किया गया। आयोजन की समन्वयक डॉ. स्मिता ने पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों में विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की। इस कार्यक्रम में डॉ. अनिता सिंह, डॉ. विक्रम सिंह, डॉ. अनूप यादव, डॉ. भूपेन्द्र सिंह सिहत विद्यार्थी एवं शोधार्थी उपस्थित रहे।
भारतीय ज्ञान परम्परा पर केंद्रित संगोष्ठी
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि), महेंद्रगढ़ के योग विभाग द्वारा मंगलवार को भारतीय ज्ञान परम्परा विषय पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र शास्त्री उपस्थित रहे। कार्यक्रम में हकेंवि की समकुलपति प्रो. सुषमा यादव व प्रथम महिला प्रो. सुनीता श्रीवास्तव की गरिमामयी उपस्थिति रही। विश्वविद्यालय में आयोजित इस राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता प्रो. दिनेश चंद्र शास्त्री ने भारतीय ज्ञान परम्परा के विभिन्न पक्षों से प्रतिभागियों को अवगत कराया। इससे पूर्व में विश्वविद्यालय की समकुलपति प्रो. सुषमा यादव ने अपने संबोधन में इस आयोजन में उपस्थित अतिथि प्रो. दिनेश चंद्र शास्त्री व उनकी पत्नी डॉ. मृदुला सिंघल का स्वागत किया। विश्वविद्यालय की प्रथम महिला प्रो. सुनीता श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया।