चंडीगढ़, 30 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला के ओएसडी (विशेष कार्यकारी अधिकारी) कमलेश कुमार भादू को विकास एवं पंचायत विभाग के विशेष सचिव पद से हटा दिया है।
हालांकि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष सचिव की जिम्मेदारी उनके पास बनी रहेगी। माना जा रहा है कि भादू को प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली की शिकायत पर ही सरकार ने हटाया है। दरअसल, बबली के मंत्री बनने से पहले विकास एवं पंचायत विभाग दुष्यंत चौटाला के पास ही था। कोरोना काल के साथ ही करीब डेढ़ वर्ष से पंचायतें नहीं होने का लाभ उठाकर कई जिलों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने ठेकेदारों के साथ मिलीभगत करके करोड़ों रुपये का गबन किया है। बबली ने भ्रष्टाचार के सभी मामलों में कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कार्रवाई को दबाने की भी कोशिशें हुई और हो रही हैं। पिछले सप्ताह विभाग के घोटालों की पूरी रिपोर्ट लेकर कैबिनेट मंत्री ने सीएम मनोहर लाल खट्टर से भी मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने विभाग के कई अधिकारियों के खिलाफ सीएम को रिपोर्ट दी थी कि वे कई मामलों में अड़चन डाल रहे हैं। विभाग के निदेशक को भी बबली के आग्रह के बाद सरकार बदल चुकी है।
संयुक्त निदेशक जितेंद्र जोशी को सौंपा अतिरिक्त कार्यभार
फिलहाल सरकार ने भादू को विकास एवं पंचायत विभाग से अलग कर दिया है। साथ ही, विकास एवं पंचायत विभाग के संयुक्त निदेशक जितेंद्र जोशी को विभाग के उपसचिव का अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा है। इसी तरह से कुरुक्षेत्र जिला परिषद की सीईओ सिमरनजीत कौर को को-ऑपरेटिव सोसायटी हरियाणा की ज्वाइंट रजिस्ट्रार लगाया है। विभाग में आने वाले दिनों में जिला व ब्लाॅक लेवल पर बड़े स्तर पर तबादलों के आसार हैं। पलवल, हिसार, सिरसा, भिवानी, चरखी दादरी व कैथल में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले की जांच विभाग की विजिलेंस विंग कर रही है। कैथल में हुए सफाई घोटाले की स्टेट विजिलेंस ब्यूरो द्वारा जांच की जा रही है।