जींद, 3 जुलाई (हप्र)
जुलाना से पूर्व विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता परमेन्द्र सिंह ढुल ने कहा कि भाजपा के साथ प्रदेश की सत्ता में भागीदार जेजेपी कहने को चौधरी देवीलाल के आदर्शों पर चलने का दावा करती है, लेकिन काम केवल झूठ बोलने का करती है। यह तथ्य रविवार को जुलाना में आयोजित जेजेपी की लोकसभा स्तरीय रैली में एक बार फिर से साबित हो गया है, जिसमें उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने मंच से झूठ बोलकर विकास के हवा-हवाई दावे किये। परमेंद्र सिंह ढुल सोमवार को अपने जींद स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस मौके पर उनके साथ जगबीर ढिगाना, ओमप्रकाश ढांडा, धर्मराज कौशल, दलबीर रेढू, कुलबीर मलिक आदि भी मौजूद थे।
पूर्व विधायक ने कहा कि जजपा की जुलाना रैली में झूठ कहा गया कि 300 करोड़ रुपये की सड़कें बनी हैं।
पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा मंजूर की गई सड़कों तथा मुख्यमंत्री घोषणाओं तक को भी उपमुख्यमंत्री ने श्रेय लेने के लिए खुद के कार्यों में जोड़ दिया। यही नहीं उपमुख्यमंत्री ने मुआवजा वितरण के नाम पर भी झूठ बोला है। उन्होंने वर्ष 2015 से 2019 तक सरकार पर दबाव बनाकर 41 करोड़ से ज्यादा का मुआवजा आहत किसानों में वितरित करवाया था, जबकि वर्तमान में हलके से सरकार का विधायक होते हुए भी तहसील में ताला लगा और फिर भी मुआवजा अब तक नहीं आया। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री ने पहले से मंजूरशुदा जींद मेडिकल कॉलेज का काम भी स्वयं के खाते में डाल कर पेश किया है। ग्रामीण विकास के लिए जितना पैसा हुड्डा शासन में मिलता था, वर्तमान सरकार उसका आधा भी नहीं ला पा रही है।
उप मुख्यमंत्री से पूछे 6 अहम सवाल
पूर्व विधायक परमेंद्र सिंह ढुल ने जेजेपी के चुनावी घोषणापत्र का हवाला देते हुए उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से छह अहम सवाल पूछे। इनमें पहला छात्र संघ चुनाव बहाली क्यों नहीं हुई, दूसरा 5100 रुपये बुढ़ापा पेंशन क्यों नहीं शुरू की गई, तीसरा कंम्पनियों में 75 प्रतिशत हरियाणवी युवाओं को रोजगार देने की शुरुआत क्यों नहीं की गई, चौथा कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में जब तय हुआ था कि शराब के ठेके कम किए जायेंगे तो फिर अभी तक इसे लागू क्यों नहीं किया गया, पांचवां जींद को राजधानी क्यों नहीं बनाया जा रहा, सरकार में विशेष हिस्सेदारी होते हुए भी यहां कोई बड़ा प्रोजेक्ट या कारखाना क्यों नहीं लगवाया गया और छठा सत्ता में शामिल होते ही केएमपी आंदोलन बन्द क्यों कर दिया गया।