सिरसा, 2 अगस्त (निस)
जननायक जनता पार्टी के पंचायतीराज प्रकोष्ठ व जनरल बॉडी के सभी जिलाध्यक्षों की एक बैठक मंगलवार को चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम हॉल में सम्पन्न हुई। बैठक मेंं उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बतौर मुख्यातिथि भाग लिया। बैठक में उनके साथ प्रदेश के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली व जेजेपी के प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह भी मौजूद रहे। बैठक के दौरान आने वाले समय में प्रदेशभर में होने वाले पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों को लेकर रणनीति बनाई गई। इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश के सभी जिलों से आए प्रधानों व हलका प्रधानों ने भी पंचायतीराज चुनावों के साथ-साथ पार्टी संगठन की मजबूती के लिए भी अपने अमूल्य सुझाव दिए। बैठक में दुष्यंत चौटाला ने पार्टी के सभी प्रकोष्ठों को हल्का स्तर पर मजबूत बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि पंचायतीराज चुनावों में 50 प्रतिशत महिलाओं पर आधारित कर चुनावी रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों के बाद से लगातार जजपा का वोट प्रतिशत बढ़ रहा है। साथ ही शहरी क्षेत्र में भी पार्टी की लोकप्रियता के ग्राफ में इजाफा हुआ है। उन्होंने संगठनात्मक दृष्टि से पार्टी को पहले से भी अधिक मजबूत बनाने के लिए पार्टी पदाधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा लोगों से संपर्क बढ़ाने का आह्वान किया।
उन्होंने पार्टी के सभी प्रकोष्ठों की हलका स्तरीय बॉडी को अविलंब पूरा करने के निर्देश दिए। डिप्टी सीएम ने कहा कि देशभक्ति की भावना का अधिकाधिक लोगों में संचार करने के लिए पार्टी पूरी ताकत से तिरंगा अभियान में भाग लेगी।
जलभराव की जल्द करें निकासी : उपमुख्यमंत्री
उपमुख्यंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि जलभराव वाले क्षेत्रों से जल्द से जल्द पानी की निकासी की जाए। इसके साथ ही संबंधित अधिकारी इन क्षेत्रों में निगरानी बनाएं रखें। सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, जींद आदि जिलों में जलभराव की समस्या का तुरंत समाधान किया जाए, ताकि किसानों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। हिसार-घग्घर ड्रेन से सिरसा के जिन क्षेत्रों में पानी का भराव हुआ है, वहां से पानी को जल्द से जल्द निकालने की पुख्ता व्यवस्था की जाए। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश में बारिश के कारण सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, जींद सहित अन्य जिलों में जहां पर भी जलभराव की समस्या हुई है, वहां पर प्राथमिकता से काम करते हुए जन निकासी करवाई जाए। इसके साथ ही जलभराव क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखें कि कहीं ओवरफ्लो होने से कोई नहर या ड्रेन न टूटे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन गांवों में पानी भरा हुआ है, उन गांव में प्राथमिकता के आधार पर पानी निकालने की प्रक्रिया शुरू करें।