हिसार, 24 अप्रैल (हप्र)
‘मंडियों में अब तक लगभग 57.50 लाख मीट्रिक टन गेहूं आ चुका है, जबकि उठान सिर्फ 30-35 प्रतिशत ही हुआ है, जो न के बराबर है। यही कारण है कि सरकार की लापरवाही से किसान का लाखों क्विंटल गेहूं व सरसों खराब हो गई है। मंगलवार को हरियाणा में कई जिलों में तेज हवा व बारिश के कारण मंडियों में खुले में पड़ा गेहूं व सरसों भीग गया है।’
यह बात हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा काॅन्फेड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने अनाज मंडी में व्यापारियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गेहूं की खरीद, उठान व भुगतान समय पर न होने के कारण किसान और आढ़तियों में भारी नाराजगी है। सरकार को अपने वादे के अनुसार तुरंत प्रभाव से गेहूं की खरीद, उठान व भुगतान करना चाहिए। गेहूं के उठान में जो भी सरकारी ठेकेदार लापरवाही बरत रहे हैं, सरकार को उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, बारिश के कारण जो गेहूं व सरसों खराब हुई है, उसका तुरंत मुआवजा किसानों को देना चाहिए।
गर्ग ने कहा कि मौसम विभाग द्वारा 26-27 अप्रैल को हरियाणा में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है और येलो अलर्ट जारी किया गया है। अगर मंडियों से गेहूं व सरसों का तुरंत उठान नहीं हुआ तो खुले में पड़ा करीब 37 लाख मीट्रिक टन गेहूं खराब हो सकता है।