स्वास्थ्य विभाग के निरंतर प्रयासों से 914 पर पहुंचा लिंगानुपात
उन्होंने कम लिंगानुपात वाले 4 जिलों चरखी दादरी, सिरसा, पलवल और यमुनानगर के उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की और उनको सिविल सर्जनों के साथ मिलकर लिंगानुपात बढ़ाने के लिए सक्रिय कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने उक्त जिलों के उपायुक्तों को अवैध गर्भपात के मामलों की रिवर्स-ट्रैकिंग करवाने तथा पूरे मामले की मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को इस बात से भी अवगत कराया कि राज्य में पहली जनवरी से 24 नवंबर, 2025 तक लिंगानुपात 914 दर्ज किया गया है, जो पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 905 था।
सुधीर राजपाल ने शहरी क्षेत्र की गरीब तबके की बस्तियों में नगर निकाय संस्थाओं के साथ मिलकर सभी नवजात बच्चों के पंजीकरण को सुनिश्चित करने तथा लिंगानुपात के मामले में राज्य की परफॉर्मन्स बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। बैठक में लिंग जांच व अवैध गर्भपात की रोकथाम से जुड़े मामलों में कड़ी कार्रवाई व निगरानी करने के निर्देश भी दिए। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने लिंगानुपात में सुधार करने में बरती गई लापरवाही तथा लिंगानुपात की दर गिरने के कारण सिरसा जिले की पीएचसी जट्टांवाली के मेडिकल ऑफिसर तथा सोनीपत जिले के हलालपुर के एसएमओ को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने दो जिले जींद और सोनीपत में दर्ज हुई एफआईआर पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने निर्देश दिए।
