हिसार, 27 जून (हप्र)
निकटवर्ती मिरकां गांव के अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा ईसा मसीह की पूजा पाठ को धर्म परिवर्तन से जोड़कर मारपीट कर तीन व्यक्तियों को घायल करने के मामले में पीड़ित पक्ष ने मंगलवार को एसपी गंगाराम पुनिया से मुलाकात कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने एसपी से शिकायत की है कि आरोपी पक्ष अब उनको धमकी दे रहा है कि यदि मामले में समझौता नहीं किया तो वे उनको गांव से निकाल देंगे। वहीं, पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच के लिए डीएसपी को गांव में भेजा है। पीड़ित पक्ष के अन्नू, सुमन, पास्टर बीरूराम, सतीश, पास्टर हरपाल सिंह ने बताया कि उनको पुलिस अधीक्षक ने डीएसपी को गांव में भेजने की जानकारी दी है।
इससे पहले उन्होंने पुलिस अधीक्षक को बताया कि पिछले एक सप्ताह में ग्रामीणों की भीड़ ने उनके धार्मिक आस्था के कार्यक्रम में दो बार खलल डाला है। 21 जून को गांव के सरपंच के नेतृत्व में ग्रामीणों ने उनके घर पर हमला बोला दिया था। गांव में ईसा मसीह और अजा समाज के खिलाफ मुनादी करवाकर व्हाट्सअप पर ऑडियो मैसेज वायरल किया गया कि पीड़ित पक्ष से जय श्री राम के नारे लगवाएंगे। उन्होंने बताया कि रविवार 25 जून को गांव में एक पंचायत का आयोजन करके अजा परिवार को इस पंचायत में जबरन बुलाया। वहां दोबारा पीड़ित पक्ष से झगड़ा किया गया, जातिसूचक गालियां दी गई। आरोपी समझौते का दबाव बना रहे हैं।