पिहोवा, 27 मार्च (निस)
पापमोचनी एकादशी पर्व पर सोमवार को आने वाले हजारों श्रद्धालु इस बार भी सरस्वती तीर्थ में स्नान से वंचित रहेंगे। इस पापमोचनी एकादशी को हिमाचल के सोलन, शिमला, कुल्लू, मनाली सहित अनेक स्थानों से हजारों श्रद्धालु सरस्वती तीर्थ पर आते हैं तथा यहां पर अपने पूर्वजों की आत्मिक शांति के लिए पिंडदान करते हैं।
पिहोवा में लगने वाले चैत्र चतुर्दशी मेले को लेकर प्रशासन द्वारा की जा रही आधी-अधूरी तैयारियों के कारण इस बार भी श्रद्धालु सरस्वती तीर्थ में स्नान से वंचित रहेंगे। क्योंकि 30 मार्च से लगने वाले 3 दिवसीय मेले को लेकर प्रशासन साफ-सफाई में जुटा हुआ है। देर से मेले की तैयारियों के कारण सरस्वती तीर्थ सरोवर में पानी ही नहीं है। जल विहीन होने के कारण तीर्थयात्री स्नान नहीं कर सकेंगे।
ब्राह्मणों ने अपने खर्च पर भरे 2 कुंड
प्रशासन की आधी-अधूरी तैयारियों को देखकर ब्राह्मण समुदाय के लोगों ने अपने ही खर्च पर 2 कुंडों में साफ सफाई करके ट्यूबवैल से पानी भरा ताकि श्रद्धालु उसमें स्नान कर सकें। 2 साल से कोरोना महामारी के कारण मेला न लगने के कारण इस बार ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। तीर्थ पर श्रद्धालु आने शुरू हो चुके हैं परंतु प्रशासन अभीलीपापोती में ही लगा हुआ है।