कुरुक्षेत्र, 5 जनवरी (हप्र)
बुधवार को पूरा दिन बूंदाबादी जारी रही और दिनभर सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। मौसम काफी ठंडा रहा और लोगों की कंपकंपी छूटती रही। बाजारों में आवाजाही काफी कम रही। बुधवार को मौसम विभाग द्वारा अधिकतम तापमान 14 डिग्री व न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सर्द मौसम के कारण कई स्थानों पर लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए। ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर तथा अन्य स्थानों पर बिना घर-बार के रह रहे साधु तथा अन्य लोग ठिठुरते नजर आए।
कैथल (हप्र) : बढ़ती ठंड से बचाव को लोग अपने घरों में अलाव का सहारा लेते नजर आये। सड़कों पर भीड़ कम हुई है और दुकानदार खाली बैठे रहे। बढ़ती ठंड के कारण लोग अब घरों में दुबक कर परिजनों के साथ समय बीता रहे है।
ज्यादा बारिश सब्जी की फसल के लिए खराब
जगाधरी (निस) : जिले में बुधवार को सुबह 6 बजे बरसात शुरू हुई। जगाधरी, बूडिया, प्रतापनगर, लेदी, छछरौली, क्रेशर जोन, यमुनानदी इलाका, खारवन, दादुपुर, औदरी, मानकपुर, परवालो, तेलीपुरा, दडवा, भेडथल, सलेमपुर, महिलांवाली, कैल में रुक-रुककर बारिश होती रही। कृषि विभाग के उप निदेशक डा. जेएस सैनी ने बताया कि यह बरसात गेहूं, गन्ने सहित फसलों के लिए अच्छी है। ज्यादा बरसात से सब्जी की फसल पर बुरा असर पड़ सकता है।
बाजारों में रौनक गायब
सीवन (निस) : पूरा दिन बूंदाबांदी के चलते लोग घरों में दुबके रहे और बाजारों में भी रौनक दिखाई नहीं दी। किसानों ने कहा कि अभी तक इस बरसात का लाभ है। गेहूं की फसल के लिए यह बरसात बहुत लाभदायक है।
बारिश गेहूं के लिए लाभकारी
टाेहाना (निस) : पश्चिम विक्षोभ के चलते बुधवार सुबह तीन बजे से आरम्भ हुई बूंदाबांदी दिनभर जारी रही, जिससे तापमान में भारी गिरावट आई। गेहूं व अन्य फसलों के लिए इस बारिश को लाभकारी बताया जा रहा है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) हिसार के मौसम विभाग ने दो दिन और भारी बारिश, ओलावृष्टि की संभावनाएं जताई हैं।
विशेषज्ञों ने पशुपालकों को पशुधन को सर्दी से बचाने, बारिश के गिरे तापमान में संभलकर रखने के लिए कहा है। कृषि विभाग ने वर्षा को गेहूं व अन्य फसलों के लिए बहुत ही लाभदायक बताया है।
शाहाबाद मारकंडा (निस) : बुधवार को भी सूर्य देव के दर्शन न होने तथा ठंडी हवाओं के चलने दिनभर कंपकंपी छूटती रही। कड़ाके की ठंड के कारण सरकारी कार्यालयों में भी कर्मचारी देर से पहुंचे व मुख्य बाजार में दुकानें भी देर से खुली। शीत लहर के कारण लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हुई। बुधवार को मेन बाजार, चूड़ी बाजार, सब्जी मंडी, पत्थरों वाला बाजार, देवी मंदिर रोड, ईदगाह रोड पर दुकानदारों ने अलाव जलाए थे। चाय की रेहड़ियों पर लोग उमड़े रहे। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि बढ़ती ठंड बच्चों और बुजुर्गों के लिए किसी खतरे से कम नहीं है। दमा, सांस, एलर्जी और ह्रदय रोगियों को भी ठंड में कुछ घरेलू नुस्खे आजमाने की जरूरत है।
सिरसा (निस) : जिलेभर में कहीं हल्की तो कहीं अच्छी बरसात हुई। बरसात रबी फसल के लिए काफी लाभदायक मानी जा रही है। सिरसा में 10 एमएम बरसात हुई, जबकि ओटू में 20 एमएम बारिश हुई। बरसात से ठंडक बढ़ गई। लोग घरों में ही दुबके रहे। बारिश से शहर की सड़कें एवं गलियां कीचड़ से सन गई और राहगीर परेशान रहे।
उकलाना मंडी (निस) : बूंदाबांदी से पारा नीचे गिरा और सर्द हवाएं चली जिससे ठंड अधिक बढ़ गई। मौसम विभाग के अनुसार कुछ दिन और बारिश के आने की संभावना है और ठंड और अधिक हो सकती है। बूंदाबांदी से स्कूटर, बाइक चालकों को परेशानी हो सकती है।
अगले 2 दिन तक बारिश के आसार
पानीपत (निस) : दिनभर बूंदाबांदी से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दिन में हल्की व शाम को तेज बूंदाबादी से बुधवार को ठंड का प्रकोप रहा। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन बारिश के आसार रहेंगे। जबकि बुधवार को अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहा जोकि सामान्य से 4 डिग्री नीचे है। वहीं बादलों के छाए रहने से न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहा जोकि सामान्य से 5 डिग्री कम है। बूंदाबांदी होने से दुकानों पर ग्राहक भी बहुत कम पहुंचे और पानीपत की टेक्सटाइल मार्किटें व अन्य बाजारों में दिनभर सन्नाटा छाया रहा। मौसम विभाग के अधिकारी डा. आशीष ने बताया कि 9 जनवरी तक गरज चमक के साथ बारिश के आसार बन रहे हैं।