रोहतक, 11 जुलाई (हप्र)
रोहतक जिले के महम कस्बे में करीब दस साल बाद पानी निकासी के लिए बनाए गए नालों की सफाई की उम्मीद जगी है। तीसरी बार टेंडर निकालने के बाद महम नगरपालिका को सफाई ठेकेदार मिल गया है। बाला जी फर्म के नाम टेंडर हुआ है। वर्क ऑर्डर मिलते ही मंगलवार से ठेकेदार ने नालों की सफाई शुरू करवा दी है। हालांकि नालों पर हुए अतिक्रमण को हटाना भी बड़ी चुनौती रहेगी। उपायुक्त के आदेशानुसार नालों की सफाई 30 जून से पहले हो जानी चाहिए थी लेकिन दो बार टेंडर जारी करने के बाद भी कोई ठेकेदार सफाई करने को तैयार नहीं था। यही कारण रहा कि नगरपालिका द्वारा तीसरी बार सफाई के लिए टेंडर निकाला गया। महम बाइपास क्रांति चौक से फरमाणा चुंगी, सैमाण चुंगी, पुराना बस स्टैंड, भिवानी रोड़, तहसील कार्यालय आदि जगहों पर रोड़ के साथ पानी निकासी के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा ये नाले बनाए गए थे। नाले बनाने के बाद आज तक इनकी सफाई नहीं करवाई गई। पिछले दिनों पीडब्ल्यूडी विभाग ने नालों को नगरपालिका के सुपुर्द कर दिया। अब नगरपालिका इनकी सफाई करवा रही हैै।
चबूतरे उखाड़ना होगा मुश्किल
ठेकेदार व नगरपालिका अधिकारियों को नालों की सफाई करते समय अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। अधिकतर जगहों पर दुकानदारों ने नालों के ऊपर पक्के रैंप, दुकानें बनाकर अवैध निर्माण कर रखा है। इसके अलावा सैमाण चुंगी व फरमाणा चुंगी के बीच दुकानदारों ने नालों में मिट्टी डाल उसे बंद किया हुआ है। पक्के चबूतरे भी बना लिए हैं। शहरवासी कमल, महावीर, सोनू, अनिल का कहना है कि नालों पर दुकानदारों द्वारा किए गए अवैध कब्जे को तोड़कर नालों की सफाई करना नगरपालिका के लिए चुनौती भरा कार्य है।
क्या बोले अधिकारी
महम नगर पालिका सचिव नवीन नांदल ने बताया कि तकरीबन 8 लाख 80 हजार रूपए से नालों की सफाई की जाएगी। इस पर काम शुरू हो चुका है। लोग खुद अतिक्रमण हटाएं, नहीं तो उसे तोड़ दिया जाएगा।