रोहतक, 30 जून (निस)
मानसून की पहली बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली, वहीं सड़कें पूरी तरह से जलमग्न हो गई। जिला प्रशासन के पानी निकासी के सभी दावे खोखले साबित हुए। बरसात के कारण किला मोहल्ला में एक मकान अचानक धंस गया, जिसमें भाई-बहन दब गए। लोगों ने मशक्कत के बाद दाेनों को सशुकल बाहर निकाला। बरसात के चलते कई स्थानों पर काफी देर तक बिजली भी गुल रही। अनेक स्थानों पर जलभराव होने के चलते राहगीरों व वाहन चालकों को काफी परेशानी भी हुई। कांग्रेस विधायक भारत भूषण बतरा ने बारिश के बीच ही शहर में कई स्थानों पर जलभराव क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
जनजीवन अस्त व्यस्त
सोनीपत (हप्र) : जलभराव के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। राई ब्लॉक में करीब 8 घंटे में रिकॉर्ड 128 एमएम बारिश दर्ज की गई। बृहस्पतिवार सुबह 7 बजे बूंदाबांदी शुरू हो गई और रूक-रूक कर यह सिलसिला शाम तक चलता रहा। हर कॉलोनी, बाजार, औद्योगिक क्षेत्रों में जलभराव हो गया।
कंट्रोल रूम स्थापित
फरीदाबाद (हप्र) : नगर निगम ने कंट्रोल रूम स्थापित किया है। जलभराव व सीवर लाइन, नाले के ओवरफ्लो की समस्या को लेकर जनता कंट्रोल रूम पर संपर्क कर सकती है। कंट्रोल रूम के लिए फोन नंबर 0129.241649, 2418224, 2411664 जारी किया है।
पानी-पानी भिवानी
भिवानी (हप्र) : महज 30 मिलीमीटर बारिश से हुए भिवानी पानी-पानी हो गया। बरसात के चलते स्थानीय रोहतक गेट, बावड़ी गेट, सरकुलर रोड़, दिनोद गेट, एम.सी. कालोनी, विकास नगर, तेलीवाड़ा, रविदास मंदिर क्षेत्र सहित कई इलाकों में पानी भर गया।
गन्नौर (निस) : रेलवे रोड व नगरपालिका रोड पर जलभराव की स्थिति के कारण शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लोहारू (निस) : गंदे पानी की निकासी, गलियों व सड़कों के नव निर्माण पर हर वर्ष करोड़ों खर्च किए जाते हैं, लेकिन लोग परेशानियों से उबर नहीं पा रहा है। अनेक गलियां आज बारिश के पानी से लबालब भरी हुई थी।
पाॅश इलाकों में भी हालत खराब
जींद (हप्र) : शहर के नरवाना रोड, भिवानी रोड, जेडी-7(कच्चा मार्ग), कोर्ट के पीछे वाली सड़क समेत शहर की कई आउटर कालोनियों की गलियों में बरसात का पानी जमा हो गया। इसी तरह के हालात शहर के कई पॉश इलाकों में भी देखने को मिले। जलभराव की समस्या को देखते हुए भाजपा के जिला महामंत्री डा. राज सैनी बारिश के बीच ही पानी निकासी के प्रबंधों का जायजा लेने पहुंचे।
घरों में कैद रहे लोग
झज्जर (हप्र) : बरसात से शहर की सभी सड़कों पर कई-कई फुट पानी जमा हो गया। पानी कई घंटों तक शहर में खड़ा रहा, जिसकी वजह से शहरवासी भी अपने घरों में कैद होकर रह गए। झज्जर शहर के छिक्कारा चौक, पुराना बस स्टैंड रोड, पुराना बस स्टैंड परिसर, अम्बेड़कर चौैक, मातागेट रोड, गुरूग्राम रोड, पुराना बस स्टैंड, नागरिक अस्पताल, लघु सचिवालय डूब गया।