Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

सबसे कम उम्र के अंतर्राष्ट्रीय स्कॉलर बने डॉ. मृत्युंजय

जींद निवासी ने अमेरिका में रचा इतिहास
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

जींद(जुलाना), 22 दिसंबर(हप्र)

जींद के नागरिक अस्पताल में एनेस्थीसिया एवं क्रिटिकल केयर मेडिसन विशेषज्ञ डॉ. मृत्युंजय गुप्ता को न्यूयॉर्क सोसायटी ऑफ एनेस्थीसियोलॉजिस्ट्स द्वारा आयोजित व अमेरिका सरकार द्वारा प्रायोजित विश्व के सबसे प्रतिष्ठित सम्मेलनों में से एक, 78वें पोस्ट ग्रेजुएट एनेस्थीसिया (पीजीए) सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय स्कॉलर के रूप में आमंत्रित किया गया। पूरे विश्व से केवल 10 विशेषज्ञों को अंतर्राष्ट्रीय स्कॉलर के रूप में चुना गया है और भारत से मात्र डॉ. गुप्ता का इस सम्मान के लिए चयन किया गया है। डॉ. मृत्युंजय गुप्ता मात्र 27 वर्ष की उम्र में इस उपलब्धि को प्राप्त करने वाले अब तक के सबसे कम उम्र के अंतर्राष्ट्रीय स्कॉलर के रूप में भी सम्मानित हुए। डॉ. मृत्युंजय गुप्ता ने न्यूयॉर्क में आयोजित इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में न केवल भारत का प्रतिनिधित्व किया, बल्कि एनेस्थीसिया क्षेत्र में अपने अनुभवों को अंतर्राष्ट्रीय मंच से साझा करते हुए भारत की श्रेष्ठता और क्षमताओं को भी प्रस्तुत किया।

Advertisement

आयोजकों ने डॉ. गुप्ता की प्रतिभा को सम्मानित करते उनकी यात्रा का पूरा खर्च प्रायोजित किया।

उड़ान में महिला की बचाई जान

दिल्ली से न्यूयॉर्क की यात्रा के दौरान एयर इंडिया की 16 घंटे की नॉन-स्टॉप फ्लाइट में, एक भारतीय मूल की एक अमेरिकी वृद्ध महिला की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उनकी नब्ज रुक चुकी थी और स्थिति गंभीर थी। डॉ. गुप्ता, जो हमेशा अपने साथ आपातकालीन दवाइयां रखते हैं, तुरंत सक्रिय हुए। उन्होंने 3 घंटे की अथक मेहनत और सूझबूझ से महिला को होश में लाया। उनकी तत्परता से न केवल महिला की जान बची, बल्कि फ्लाइट की आपातकालीन लैंडिंग से भी बचाव हुआ। इस मानवीय कार्य के लिए फ्लाइट क्रू और सहयात्रियों ने तथा एयर इंडिया ने भी ईमेल द्वारा प्रशंसा पत्र भेजकर आभार व्यक्त किया।

Advertisement
×