रोहतक, 16 जून (निस)
कॉमन कैडर रूल के विरोध में बुधवार को पीजीआई में टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों, डाक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और नर्स सहित अन्य कर्मचारियों ने काले बिल्ले लगाकर विरोध जताया। डाक्टरों व कर्मचारियों की हड़ताल की धमकी को देखते हुए सरकार ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों को बातचीत के लिए चंडीगढ़ बुलाया है। वहीं चंडीगढ़ में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से मुलाकात के बाद बृहस्पतिवार को पीजीआई में प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन स्थगित कर दिया है। प्रतिनिधिमंडल में शामिल पदाधिकारियों का कहना है कि उनकी एक ही मांग है कॉमन कैडर रूल वापस लिया जाए और कर्मचारियों के हित में पॉलिसी बनाई जाए। डाक्टरों सहित करीब 4 हजार कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे रखी है। बुधवार को पीजीआई में टीचर्स व नॉन टीचिंग स्टाफ के सदस्यों ने काले बिल्ले लगाकर विरोध जताया। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक सरकार इस रूल को वापिस नहीं लेती हर रोज विरोध किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने दिया आश्वासन
पीजीआई में टीचर्स एसोसिएशन व नॉन टीचिंग के पदाधिकारियों ने कर्मचारियों को बताया कि उन्हें इस मामले में बातचीत के लिए चंडीगढ़ बुलाया गया है। वार्ता सोहार्दपूर्ण रही और स्वास्थ्य मंत्री ने सभी विषयों को सुना व प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि पीजीआईएमएस को इस कामन कैडर से अलग रखा जायेगा। 21 जून को मुख्यमंत्री के साथ प्रस्तावित मीटिंग में पीजीआईएमएस को अलग रखने की वकालत करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन के बाद ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने बृहस्पतिवार को को पीजीआईएमएस में प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन स्थगित कर दिया है।
प्रतिनिधिमंडल में ये थे शामिल
चंडीगढ़ में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में पीजीआई शिक्षक संघ के प्रधान डा. आरबी जैन, सचिव डॉ. वरुण अरोड़ा, संयुक्त सचिव डॉ. प्रीती गहलोत, नॉन टिंचिग एसोसिएशन के प्रधान तारीफ सिंह व महासचिव संजय सिंहमार, वरिष्ठ उपप्रधान जयभगवान शर्मा, नर्सिंग एसोसिएशन के प्रधान अशोक यादव व सुमन रांगी शामिल रहे।