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डीएलसी सुपवा के छात्र की फिल्म को मिली वैश्विक पहचान

रोहतक, 19 मार्च (हप्र) दादा लख्मीचंद स्टेट यूनिवर्सिटी फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (डीएलसी सुपवा) रोहतक के एक छात्र द्वारा बनाई शॉर्ट फिल्म को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है। इस शॉर्ट फिल्म को महज 2 वर्षों में 14 देशों के 19...
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रोहतक, 19 मार्च (हप्र)

दादा लख्मीचंद स्टेट यूनिवर्सिटी फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (डीएलसी सुपवा) रोहतक के एक छात्र द्वारा बनाई शॉर्ट फिल्म को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है। इस शॉर्ट फिल्म को महज 2 वर्षों में 14 देशों के 19 प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में सम्मानित और प्रदर्शित किया गया। ये फिल्म, “अ फ्लाइट ऑफ द लॉस्ट ड्रीमी बर्ड”, जिसे निर्देशन विभाग के अंतिम वर्ष के छात्र चमन रमेश किशन ने लिखा और निर्देशित किया है। फिल्म प्रसिद्ध लेखक विनोद कुमार शुक्ल की कहानी पर आधारित है।

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ये फिल्म एक महत्वाकांक्षी युवक की यात्रा को दर्शाती है, जो 15 साल बाद अपने पैतृक गांव लौटता है, लेकिन पाता है कि सब कुछ बदल चुका है। उसकी बचपन की यादें, जो कभी गांव के प्राकृतिक सौंदर्य में बसी थीं, अब बदल चुके परिदृश्य में खो गई। फिल्म नॉस्टेल्जिया, बदलाव और उसकी दिवंगत मां के अधूरे सपनों को दर्शाती है, जो हमेशा चाहती थीं कि वह ‘उड़ान’ भरे। अब फिल्म अक्टूबर 2025 में कुआलालंपुर इंटरनेशनल फिल्म अकादमी अवाॅर्ड्स में प्रदर्शित होने जा रही है, जिससे इसकी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान और भी मजबूत होगी। चमन, जो इस वर्ष अपनी डिग्री पूरी कर रहे हैं, भविष्य में एक स्वतंत्र फिल्म निर्माता के रूप में अपनी पहचान बनाने और अपना खुद का प्रोडक्शन हाउस स्थापित करने की योजना बना रहे हैं। कुलपति प्रो. प्रकाश सिंह ने चमन को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ये उपलब्धि डीएलसी सुपवा के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो इसे रचनात्मक उत्कृष्टता के केंद्र और भविष्य के उद्योग निर्माताओं के लिए एक लॉन्चपैड के रूप में स्थापित करती है। विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार डॉ. गुंजन मलिक और फिल्म एवं टेलीविजन संकाय के प्रमुख डॉ. महेश ने उन्हें सम्मानित किया। फिल्म एवं टेलीविजन संकाय प्रमुख डॉ. महेश ने भी चमन की प्रशंसा करते हुए कहा कि ‘अ फ्लाइट ऑफ द लॉस्ट ड्रीमी बर्ड’ की यात्रा कहानी कहने की शक्ति और सिनेमा की कला के प्रभाव को दर्शाती है।

चमन को अब तक ये अवॉर्ड्स मिल चुके

चमन की कहानी कहने की कला और निर्देशन ने उन्हें मार्च 2025 में कैम्ब्रिज के प्रतिष्ठित वाटरस्प्राइट फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार दिलाया। इसके अलावा उन्होंने कई अन्य प्रमुख पुरस्कार भी जीते हैं, जिनमें सर्वश्रेष्ठ पटकथा – नेशनल स्टूडेंट्स फिल्म फेस्टिवल, मुंबई (2023), सर्वश्रेष्ठ निर्देशक – तेल अवीव इंटरनेशनल स्टूडेंट फिल्म फेस्टिवल (2024), सम्मानजनक उल्लेख – वर्सिटी फिल्म एक्सपो, ज़ाम्बिया (2024), कैसारोटो रैमसे डायरेक्टिंग अवाॅर्ड्स (2024), वीजेआईके फिल्म फेस्टिवल, रूस (2024), कैफोसकारी फिल्म फेस्टिवल, वेनिस (2023), ब्रिटिश यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल स्टूडेंट फिल्म फेस्टिवल (2024), धर्मशाला इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (2023), कुआलालंपुर इंटरनेशनल फिल्म अकादमी अवाॅर्ड्स (2024) शामिल हैं।

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