सोनीपत, 15 जुलाई (हप्र)
भोलेनाथ की भक्ति ने दिव्यांग पवन को ऐसी शक्ति दी कि एक पैर नहीं होने के बावजूद 490 किलोमीटर दूर गंगोत्री से गंगाजल लाकर शिवरात्रि को कुंडली शिव मंदिर में जलाभिषेक करेंगे। दिव्यांग बॉडी बिल्डर एवं चैंपियन मोहित भी े 200 किलोमीटर दूर हरिद्वार से 15 जुलाई को गंगाजल लेकर चल पड़े हैं। कुंडली के पवन का वर्ष-2013 में हुए एक सड़क हादसे में एक पैर घुटने के पास से कट गया था। शुरूआत में तो पवन निराश हुए मगर धीरे-धीरे इच्छा शक्ति के बूते सामान्य जीवनधारा में शामिल हो गए। भोलेनाथ के भक्त पवन कई साल से हरिद्वार व गोमुख से कांवड़ ला रहे हैं। इस बार गंगोत्री से कांवड़ ला रहे हैं। पवन 6 जुलाई को गंगोत्री से गंगाजल लेकर रवाना हुए। वे 26 जुलाई शिवरात्रि को कुंडली पहुंच कर गंगाजल से भोलेनाथ का जलाभिषेक करेंगे। पवन रोजाना 25 किलोमीटर का सफर तय कर रहे हैं। पवन कृत्रिम पैर लगाकर लाठी का सहारा लेकर भोले के जयकारे लगाते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचेंगे।
शहर निवासी दिव्यांग बॉडी बिल्डर मोहित 14 जुलाई को बस से हरिद्वार पहुंचे और वहां से 15 जुलाई की सुबह गंगाजल लेकर सोनीपत के लिए रवाना हुए। मोहित ने पिछले सप्ताह दिल्ली में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता था। मोहित लकड़ी की छड़ी के सहारे रोजाना 26 जुलाई तक 200 किमी का सफर तय कर सोनीपत पहुंचेंगे।