चंडीगढ़, 20 जून (ट्रिन्यू)
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि जिलाध्यक्ष ऐसे होने चाहिए जो आरएसएस एवं भाजपा की चालों का जवाब दे सकें। उन्होंने हरियाणा के संगठनात्मक चुनाव के लिए नियुक्त केंद्रीय पर्यवेक्षकों के साथ करीब 40 मिनट तक बैठक की। राहुल ने पर्यवेक्षकों से पूछा कि आप पर राज्य के किसी बड़े नेता ने किसी कार्यकर्ता को जिलाध्यक्ष बनाने के लिए दबाव तो नहीं बनाया। उन्होंने साफ हिदायत दी कि संगठन का चुनाव किसी भी नेता के दबाव में नहीं होना चाहिए।
दरअसल राहुल ने हरियाणा कांग्रेस के संगठननात्मक चुनाव की प्रक्रिया से जुड़े पर्यवेक्षकों व पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। उन्होंने प्रत्येक जिले से आवेदनों की जानकारी ली। बताया जाता है कि इस दौरान पर्यवेक्षकों ने इस बात से इनकार किया कि उन पर जिलाध्यक्ष बनाने के लिए किसी नेता ने दबाव बनाया है।
राहुल को हिसार का उदाहरण देते हुए बताया गया कि इस जिले से दो सौ आवेदन आए हैं। केंद्रीय पर्यवेक्षकों के दौरों के दौरान गुटबाजी के बारे में भी राहुल गांधी ने जानकारी प्राप्त की।
पर्यवेक्षकों ने कहा कि जिलाध्यक्ष बनने के लिए उत्साह और चाव है, इसलिए ही कुछ जगहों पर विवाद हुए लेकिन उन्हें सुलझा लिया गया है। जिला स्तर से लेकर विधानसभा क्षेत्र तथा ब्लाक स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर ही दावेदारों के नामों पर चर्चा की जा रही है। इस काम को 23 या 24 जून तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
वर्चुअल बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, हरियाणा के प्रभारी बीके हरिप्रसाद, सह प्रभारी जितेंद्र बघेल व प्रफुल्ल गुडधे, सभी केंद्रीय तथा राज्य पर्यवेक्षकों के साथ प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान शामिल हुए।