झज्जर, 4 अगस्त(हप्र)
पिछले दिनों झज्जर बार एसोसिएशन के प्रधान अजीत सोलंकी के खिलाफ स्थानीय पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मामले को लेकर वकीलों व पुलिस के बीच छिड़ा विवाद अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को भी झज्जर बार के वकीलों ने अपना कामकाज ठप रखा। हांलाकि वकीलों का एक डेलीगेशन बार के उप-प्रधान राजकुमार वत्स के नेतृत्व में एसपी से मिलने भी गया। लेकिन वहां पर काफी देर तक चली वार्ता के बावजूद मामले का कोई हल नहीं निकल पाया। बाद में वकीलों का यह डेलीगेशन एसपी को एक ज्ञापन सौंपकर लौट आया। ज्ञापन में वकीलों की मांग थी कि बार प्रधान अजीत सोलंकी के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द किया जाए और नागरिक अस्पताल की जिस महिला चिकित्सक की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है उसके व स्टॉफ के खिलाफ पुलिस को झूठी सूचना दिए जाने व गुमराह करने का मामला दर्ज किया जाए। एसपी द्वारा इस पर विचार किए जाने का आश्वासन डेलीगेशन को दिए जाने की बात कही गई है। उधर एसपी से मिलने के बाद वकीलों ने वीरवार को सुबह 11 बजे एक बार की जनरल बॉडी की बैठक बुलाए जाने की बात कही है। वकीलों का कहना है कि इस बैठक में कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। बार की तरफ से यह भी बताया गया है कि बैठक के बाद सभी वकील झज्जर-गुरूग्राम मार्ग पर लघु सचिवालय तक रोष प्रदर्शन करेंगे और बाद में लघु सचिवालय में स्थित महान स्वतंत्रता सेनानी पंडित श्रीराम शर्मा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद वापस बार में धरना स्थल पर लौट आएगें। बता दें कि तीन रोज पूर्व झज्जर नागरिक अस्पताल की एक महिला चिकित्सक नीशा डाबर की शिकायत पर पुलिस ने बार प्रधान अजीत सोलंकी के खिलाफ उनके साथ दुर्व्यवहार करने, सिक्योरिटी गार्ड के साथ मारपीट करने व सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज कराया था। उसके बाद से ही वकीलों व पुलिस में ठनी हुई है। वकील इस मामले में शिकायतकर्ता नीशा डाबर व सिटी थाना प्रभारी के निलम्बन व डीएसपी के तबादला किए जाने की मांग पर अड़े है।
वकीलों ने की झज्जर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी
भिवानी (हप्र) : तोशाम बार एसोसिएशन ने झज्जर बार के प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के खिलाफ काम छोडक़र हड़ताल की और झज्जर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। प्रधान राकेश नेहरा ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि झज्जर पुलिस ने झज्जर बार एसोसिएशन के प्रधान के खिलाफ दर्ज मुकदमा रद्द नहीं किया तो यह आंदोलन प्रदेश स्तर पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बार प्रधान के खिलाफ झुठा मुकदमा दर्ज करने पर वकीलों में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी यह मांग नहीं मानी गई तो पूरे भारत के वकील सडक़ों पर उतर आएंगे। इस अवसर पर प्रदीप फोगाट, गुलशन काठपालिया, सत्यवान श्योराण, बलराज बेडवाल, नरेंद्र दरियापुर, नरेंद्र बागोतिया, सुमन दहिया सहित अनेक वकील मौजूद थे।