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चरचा हुक्के पै

हरियाणा की सियासत के चटपटे किस्से
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‘बिल्लू’ को धमकीइनेलो वाले बड़े ‘चौधरी’ यानी ‘बिल्लू भाई साहब’ को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली है। पहले जींद में जनसंपर्क के दौरान उन्हें विदेशी नंबर से धमकी मिली थी। अब उनके बेटे व सिरसा जिला परिषद के चेयरमैन कर्ण सिंह चौटाला के फोन पर यूके के नंबर से व्हाट्सएप कॉल और मैसेज के जरिये उनके पिता को मारने की धमकी दी गई है। चंडीगढ़ पुलिस में केस भी दर्ज हो गया है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि नेताओं को लगातार मिल रही धमकियों के पीछे असल वजह क्या है। इनेलो का तो राज भी नहीं है, फिर भी क्यों ऐसा हो रहा है। बात जब धमकी की चली है तो आपको यह भी बताते चलें कि प्रदेश सरकार ने अकेले हरियाणा सहित दूसरे भी कई राज्यों के लोगों व नेताओं को सिक्योरिटी मुहैया करवाई हुई है। सिक्योरिटी हासिल करने वालों में भाजपा के अलावा कांग्रेस, इनेलो, जजपा सहित दूसरे दलों के कई छोटे-बड़े नेता भी शामिल हैं।

‘नायाब’ कोथली

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पिछले सप्ताह जींद में हरियाणवी परंपरा का शानदार नजारा देखने को मिला। अपने दाढ़ी वाले बड़े कद के ‘छोटे काका’ जुलाना हलके में पहुंचे। यहां जनसभा का भी आयोजन हुआ। जनसभा दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता के पैतृक गांव में हुई। इसमें दिल्ली की सीएम ने भी ‘छोटे काका’ के साथ मंच शेयर किया। चूंकि त्योहारी महीना चल रहा है। इसलिए ‘छोटे काका’ ने हरियाणा की बेटी होने के नाते रेखा गुप्ता का बहन की तरह सम्मान किया। इतना ही नहीं, उन्हें चांदी का मुकुट भी पहनाया गया और साथ में तीज के नाम की कोथली भी दी गई। रेखा गुप्ता ने भी ‘छोटे काका’ का हाथ पकड़ते हुए कहा – दोनों मिल कै विकास का धुआं ठा देंगे।

पिता की राह पर

अहीरवाल वाले ‘राजा साहब’ की बेटी भी अब अपने पिता की राह पर चल पड़ी हैं। हरियाणा में लगातार तीसरी बार भाजपा की सरकार बनवाने में इस बेल्ट का बड़ा रोल रहा है। यह बात ‘राजा साहब’ कई बार पब्लिक प्लेटफार्म पर भी कह चुके हैं। हालांकि ‘राजा साहब’ का बरसों पुराना ‘सपना’ और अहीरवाल में ‘चौधर’ लाने का नारा अभी तक सिरे नहीं चढ़ पाया है। इस बात का मलाल भी उनके चेहरे पर कई बार झलक चुका है। पिछले सप्ताह उनकी बेटी ने भी पिता की राह पकड़ते हुए कहा – तीसरी बार भाजपा की सरकार बनेगी, यह बात कोई नहीं मान रहा था। लेकिन हम मानते थे और हमने इसके लिए हवा बनाने का काम भी किया। लोगों में चर्चा है कि पिता की राह पर चलना तो अच्छी बात है लेकिन कहीं यह ‘हवा-हवाई’ महंगी ना पड़ जाए।

लम्बा होता इंतजार

हरियाणा में कांग्रेसियों का इंतजार लम्बा होता जा रहा है। कांग्रेस विधायक दल के नेता का फैसला तो पार्टी चुनावी नतीजों के नौ माह बाद भी नहीं कर पाई है। राहुल गांधी ने चंडीगढ़ में बैठक की। प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने दावा किया था कि जून के आखिर तक जिलाध्यक्ष मिल जाएंगे। फिर 15 जुलाई की दूसरी डेट तय की गई। यह समय भी निकल गया है, लेकिन संगठन के ऐलान में अभी भी देरी होती दिख रही है। उधर, कांग्रेसियों को राहुल गांधी की सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला भी परेशान कर रहा है। वे एससी-बीसी समाज को पूरा प्रतिनिधित्व देना चाहते हैं। ऐसे में दूसरी जातियों के नेताओं का जिले की ‘चौधर’ का सपना अधूरा रह सकता है।

‘गुरु-चेले’ की नई लड़ाई

हरियाणा की राजनीति में नये ‘गुरु-चेले’ की लड़ाई शुरू हो गई है। जजपा के फायर ब्रांड नेता दिग्विजय चौटाला ने नारनौंद विधायक जस्सी पेटवाड़ को अपना चेला करार दे दिया। ये उपमा जस्सी पेटवाड़ को रास नहीं आई। जवाब देते हुए कहा कि वे किसी के चेले नहीं हैं, केवल इनेलो के वर्कर रहे हैं। अब देखने की बात यह है कि यह तकरार यहीं पर खत्म होगी या लम्बी चलेगी। वैसे हरियाणा की राजनीति में ‘गुरु’ और ‘चेले’ के और भी बहुत किस्से हैं।

मैडम के ‘सुपर-अटैक’

भिवानी की चश्मे वाली ‘मैडम’ इन दिनों खुलकर बैटिंग कर रही हैं। लम्बे समय तक कांग्रेस की पिच पर बैटिंग-बॉलिंग कर चुकीं ‘मैडम’ अब भाजपा की ओर से बल्ला थामे हुए हैं। मां-पुत्री की भाजपा में एंट्री के बाद पार्टी ने न केवल पूरा मान-सम्मान दिया बल्कि ‘मैडम’ को बोलने का भी भरपूर मौका दिया जा रहा है। दूसरे मुल्कों तक में भारत का प्रतिनिधित्व करने का जिम्मा मिल रहा है। अपने सांघी वाले ताऊ के खिलाफ इन दिनों सबसे अधिक अटैकिंग पॉजिशन में अगर कोई है, तो वह हैं भिवानी वाली मैडम। विधानसभा चुनाव के नतीजों की बात हो या फिर कांग्रेस की हालात पर चर्चा हो, ‘मैडम’ पार्टी की दुर्दशा के लिए ‘पिता-पुत्र’ को जिम्मेदार ठहराने में जरा भी कोताही नहीं करतीं।

डॉक्टर साहब का गुस्सा

गोहाना वाले डॉक्टर साहब इन दिनों पूरे गुस्से में हैं। डॉक्टर साहब जहां ‘इमेज बिल्डिंग’ की कोशिश में जुटे हैं, वहीं उनके कुछ पुराने ‘खासमखास’ ऐसे भी हैं जो उनकी इस प्लानिंग पर पानी फेरने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। बात मीडिया में भी खूब उछाली गई। एक कलमची भाई पर परचा भी दर्ज हो गया है। बताते हैं कि कुछ औरों के नाम भी लाइन में हैं। हालांकि हरियाणा में इस तरह से सीधे-सीधे ‘पंगा’ लेने का रिवाज तो नहीं है। लेकिन अब पता नहीं डॉक्टर साहब ने किस प्लानिंग और सोच के साथ यह कदम उठाया है। चर्चा यह भी है कि इस पूरी कवायद के बीच डॉक्टर साहब के ‘चाहने वालों’ ने भी अंदरखाने पूरी फील्डिंग लगानी शुरू कर दी है। अब कहने वाले यह भी कह रहे हैं कि हर किसी को ‘जलेब’ खिलाने वाले डॉक्टर साहब एकाएक इतने ‘कड़वे’ कैसे हो गए।

प्रमोशन से आहत

पलवल वाले ‘नेताजी’ हरियाणा के उन एचसीएस अधिकारियों के आईएएस बनने से आहत हैं, जिनके खिलाफ वे बरसों से लड़ते आए हैं। अब सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को भी पत्र लिख डाला है। चौटाला सरकार के समय भर्ती हुए एचसीएस अधिकारियों की प्रमोशन लटकी भी इन नेताजी की वजह से ही थी। नायब सरकार ने बोल्ड निर्णय लेते हुए प्रमोशन प्रक्रिया को न केवल आगे बढ़ाया बल्कि उसे सिरे भी चढ़ा दिया। वैसे भी भाजपाइयों की एक खासियत तो है ही, कि वे जो काम हाथ में लेते हैं उसे पूरा करके ही दम लेते हैं, अब किसी को परेशानी हो तो सौ बार हो।

-दादाजी

 

 

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