कांग्रेस में चला अनुशासन का डंडा, शुरू हुआ बड़ा ऑपरेशन क्लीन
उन्होंने दो-टूक कहा कि पार्टी के अंदर अगर किसी ने अनुशासन तोड़ा, बयानबाजी की या संगठन के खिलाफ काम किया तो वह चाहे कितना बड़ा नेता क्यों न हो, उस पर तुरंत कार्रवाई होगी। चंडीगढ़ में हुई इस बैठक को हरियाणा कांग्रेस का ‘ऑपरेशन क्लीन’ भी कहा जा रहा है। पार्टी ने तय कर लिया है कि आने वाले महीनों में संगठन को गुटों, खेमों और निजी एजेंडों से मुक्त किया जाएगा।
कमेटी ने घोषणा की कि अब प्रदेशभर में ‘अनुशासन मिशन’ चलाया जाएगा। इसके तहत नेताओं को कांग्रेस की आचार संहिता पढ़ाई जाएगी और यह याद दिलाया जाएगा कि पार्टी हित से ऊपर कुछ नहीं। इसी कड़ी में प्रदेश को पांच जोन में बांटा है ताकि अनुशासन की ‘रीढ़’ को जमीनी स्तर तक मजबूत किया जा सके। कमेटी के चेयरमैन धर्मपाल मलिक के साथ बैठक में जगाधरी विधायक अकरम खान, पूर्व सांसद कैलाशो सैनी, पूर्व विधायक अनिल धंतौड़ी और वरिष्ठ अधिवक्ता रोहित जैन मौजूद रहे।
प्रदेश को इस तरह बांटा जोनवार
पहला जोन: पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और कैथल
दूसरा जोन: करनाल, पानीपत, सोनीपत, जींद
तीसरा जोन: गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह, पलवल
चौथा जोन: रोहतक, झज्जर, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, भिवानी, चरखी दादरी
पांचवां जोन: फतेहाबाद, हिसार, सिरसा
कमेटी के सदस्य सचिव रोहित जैन ने कहा कि कमेटी जल्द ही जोन-वाइज अनुशासन को लेकर बैठक करेगी। इन बैठकों में जिलाध्यक्षों, ब्लॉक पदाधिकारियों और प्रमुख नेताओं को बुलाकर ‘पार्टी आचार संहिता’ पढ़ाई जाएगी।
‘लक्ष्मण रेखा लांघी तो तुरंत गिरेगी गाज’
बैठक के बाद चेयरमैन धर्मपाल मलिक ने मीडिया से दो-टूक कहा – ‘कांग्रेस में हर नेता और कार्यकर्ता की एक लक्ष्मण रेखा तय है। जो इसे लांघेगा, उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई होगी। किसी की सिफारिश नहीं चलेगी।’ उन्होंने यह भी कहा कि कमेटी का गठन 28 अक्तूबर को हुआ है, इसलिए अब 28 अक्तूबर के बाद के अनुशासनहीनता मामलों पर ही कार्रवाई होगी। मलिक ने कहा कि अगर कोई मामला कमेटी के संज्ञान में आता है, तो कमेटी स्वतः संज्ञान लेकर एक्शन ले सकती है, बिना किसी शिकायत के भी। मलिक ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का संविधान पूरी तरह स्पष्ट है। हर सदस्य को सदस्यता लेते वक्त इसकी जानकारी दी जाती है। जो नेता जानबूझकर पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी करता है या गुटबाजी में शामिल होता है, वह संगठन की जड़ों को कमजोर करता है। ऐसे लोगों पर अब कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। कमेटी ने साफ कर दिया कि प्रदेश स्तर के मामलों में सुनवाई के बाद सीधे कार्रवाई होगी, जबकि सांसदों और राष्ट्रीय पदाधिकारियों से जुड़े मामलों में रिपोर्ट हाईकमान को भेजी जाएगी।
‘हार की जड़ में गुटबाजी और अनुशासनहीनता’
कमेटी चेयरमैन धर्मपाल मलिक ने विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार के कारणों पर भी खुलकर बात की। जनता कांग्रेस के पक्ष में थी, लेकिन हमारे अपने नेताओं की बयानबाजी और गुटबाजी ने नुकसान पहुंचाया। जनता का दोष नहीं, गलती हमारी ही थी। मलिक ने कहा कि अब समय ‘आत्मशुद्धि’ का है। कांग्रेस फिर से अपने ढांचे को मजबूत करने और जनता के भरोसे को पुनर्जीवित करने के लिए संगठनात्मक अनुशासन पर फोकस करेगी। कमेटी ने तय किया है कि अब हर जिले में जाकर नेताओं और वर्करों को अनुशासन की पाठशाला से जोड़ा जाएगा। पार्टी सूत्रों के अनुसार, हर बैठक में ‘बिना स्क्रिप्ट के बोलने’, सोशल मीडिया पर पार्टी लाइन के खिलाफ पोस्ट करने और विरोधी खेमों के साथ गठजोड़ जैसे मामलों को गंभीर अनुशासनहीनता माना जाएगा। कमेटी के सदस्य सचिव रोहित जैन ने कहा कि मौजूदा व पूर्व सांसदों-विधायकों के अलावा सभी नेताओं व वर्करों को घरांे और गाड़ियों पर पार्टी का झंडा लगाने को भी कहा है।
इस तरह समझें ‘ऑपरेशन क्लीन’
दरअसल, विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस हाईकमान से लगातार संदेश आ रहा था कि हरियाणा इकाई को भीतर से ‘रीसेट’ करने की जरूरत है। अब धर्मपाल मलिक की अगुवाई में बनी यह कमेटी उसी दिशा में पहला सख्त कदम है। पार्टी में गुटबाजी के खिलाफ यह कमेटी ‘ऑपरेशन क्लीन’ की तरह काम करेगी। मलिक ने कहा – ‘हमारा लक्ष्य साफ है कि पार्टी के भीतर अनुशासन, मर्यादा और संगठन का सम्मान बहाल करना। जो इन मूल्यों के खिलाफ जाएगा, वह कांग्रेस का हिस्सा नहीं रह सकता।’
