चंडीगढ़, 13 फरवरी (ट्रिन्यू)
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के आदेशों पर अधिकारी गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। सीएमओ की सख्ती के बावजूद शिक्षा विभाग में एचकेआरएन के तहत कार्यरत पीटीआई और कला शिक्षा सहायकों के वेतन की डिमांड नहीं भेजी गई है। पंचकूला सहित कई अन्य जिले ऐसे हैं, जिन्होंने शिक्षकों के वेतन और अनुबंध बढ़ाने की डिमांड निदेशालय नहीं भेजी है।
प्रदेशभर में हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत दो हजार पीटीआई और कला शिक्षा सहायक कार्यरत हैं। इन्हें छह महीने से वेतन नहीं मिला है। पिछले दिनों शिक्षकों ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को बजट डिमांड और अनुबंध बढ़वाने को लेकर मांग पत्र भेजा था। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से शिक्षा विभाग को टीजीटी शारीरिक शिक्षा सहायक और कला शिक्षा सहायकों को बजट डिमांड और अनुबंध बढ़ाने के निर्देश दिए थे। मगर सीएमओ के आदेशों को 15 दिन बीत जाने के बावजूद जिलों से निदेशालय को बजट डिमांड और अनुबंध बढ़ाने का ब्योरा नहीं भेजा गया है।
मौलिक शिक्षा निदेशक ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए जल्द बजट डिमांड और अनुबंध बढ़ाने की मांग भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
डीईईओ से मांगा था स्पष्टीकरण
सीएमओ के निर्देश जिला स्तर पर कोई मायने नहीं रखते हैं। कई जिलों द्वारा वेतन और अनुबंध की डिमांड भेज दी है, लेकिन कई जिलों में खंड स्तर से भी डिमांड नहीं आई है। निदेशालय की ओर से डीईईओ से शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने पर स्पष्टीकरण भी मांगा था। कला शिक्षक सहायक संघ व शारीरिक शिक्षा सहायक संघ के सदस्य पवन के मुताबिक प्रदेशभर में एचकेआरएन के जरिये 500 कला शिक्षा सहायक और 1500 शारीरिक शिक्षा सहायक (पीटीआई) कार्यरत हैं। तकरीबन 2000 शिक्षकों को छह महीने से वेतन नहीं मिला है।

