चंडीगढ़, 20 अगस्त (ट्रिन्यू)
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली अपनाने वाले किसानों को तुरंत ट्यूबवेल कनेक्शन मिलेंगे। मुख्यमंत्री कांग्रेस विधायकों द्वारा सदन में लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बोल रहे थे7 उन्होंने कहा कि माइक्रो इरिगेशन अपनाने वालों को प्रणाली स्थापित करने के लिए 85% सब्सिडी प्रदान करने का प्रावधान किया है।
इस प्रस्ताव के जवाब में बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि कोरोना के बावजूद बिजली कंपनियों ने पहली नवंबर, 2019 से 18 अगस्त, 2021 तक 13 हजार 636 किसानों को नलकूप कनेक्शन जारी किए हैं। सीएम ने कहा, प्रदेश में बिजली की कोई कमी नहीं है।
भूजल स्तर लगातार नीचे जा रहा है। लगातार पानी के दोहन के कारण आने वाले समय में जल संकट की स्थिति बन रही है। कई क्षेत्रों में हर वर्ष एक से डेढ़ मीटर तक जलस्तर नीचे जा रहा है जो चिंता का विषय है। इसे नहीं रोका गया तो भारी संकट की स्थिति पैदा होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि जल संकट की स्थिति न बने, इसके लिए सरकार ने धान की बिजाई न करने वाले किसानों को प्रति एकड़ 7000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी है। इस योजना के तहत एक लाख एकड़ में किसानों ने धान के बजाय अन्य फसलों की बिजाई की। इस वर्ष यह लक्ष्य दो लाख एकड़ करने का है। 27 दिसम्बर, 2018 को घोषणा के बाद चार दिन में ही हजारों लोगों ने ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए आवेदन किया। 30000 रुपये जमा कराने की बात कही तो 84000 में से 56000 ने राशि जमा कराई।