प्रदेश के खिलाड़ियों काे एक मंच पर लाएगा डिजिटल एप
खेलों को तकनीक से जोड़ने की दिशा में यह कदम देश में पहली बार किसी राज्य द्वारा उठाया जा रहा है। इस मोबाइल पर कई तरह की सुविधाएं एकीकृत होंगी।खिलाड़ी की व्यक्तिगत प्रोफाइल और प्रदर्शन का ट्रैक रिकॉर्ड इस एप के जरिये सरकार के पास रहेगा। प्रशिक्षण और फिटनेस मॉनिटरिंग (कोच द्वारा दर्ज) को ट्रैक किया जा सकेगा। खेल छात्रवृत्ति, बीमा, पुरस्कार और योजनाओं की जानकारी भी इस एप पर खिलाड़ियों को मिल सकेगी। प्रतियोगिताओं का कैलेंडर और पंजीकरण विकल्प भी एप में रहेगा। इतना ही नहीं, एप में पोस्ट-करियर मार्गदर्शन यानी खेल कोच, पुलिस, सेना या प्रशासनिक सेवाओं में अवसर भी उपलब्ध होंगे।
पारदर्शिता और दक्षता लक्ष्य
एप बनाने के पीछे मकसद खेल में पारदर्शिता और दक्षता लाना है। खेल विभाग का मानना है कि पारंपरिक प्रणाली में जानकारी का अभाव और प्रक्रिया की जटिलता के कारण कई योग्य खिलाड़ी योजनाओं से वंचित रह जाते हैं। इस एप के माध्यम से हर खिलाड़ी को समय पर सही सूचना मिलेगी और भ्रष्टाचार तथा दलाली जैसी समस्याओं पर रोक लगेगी। वहीं राज्य सरकार एक डेटा आधारित खेल प्रशासन मॉडल अपनाएगी। सरकार को भी खिलाड़ी की प्रगति, ज़रूरत और प्रदर्शन के आधार पर नीतियां तैयार करने में मदद मिलेगी।
खेल को तकनीक से जोड़ना जरूरी
खेल मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि आज जब हर क्षेत्र डिजिटल हो रहा है, तो खेलों को भी तकनीक से जोड़ना वक्त की मांग है। हमारा प्रयास है कि हर खिलाड़ी को सरकारी सिस्टम में प्रत्यक्ष, पारदर्शी और सरल अनुभव मिले। उन्होंने कहा कि “खिलाड़ी प्रोत्साहन एप’ खेल और तकनीक के समन्वय की एक अनूठी पहल है। इससे खिलाड़ी न केवल खेल में बेहतर प्रदर्शन करेंगे, बल्कि अपने भविष्य की योजनाएं भी स्मार्ट तरीके से बना सकेंगे। यह एप हरियाणा को डिजिटल खेल राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में अहम साबित होगा।