अम्बाला, 28 अप्रैल (निस)
अम्बाला छावनी के पास लगते 4 गांव मंगलाई, सम्भालखा, केशोपुर व फलेलमजरा में लोगों को सुबह के वक्त सांस लेने में दिक्कत आ रही है और आंखों में जलन होती है। नगर परिषद के कूड़े के एक बड़े ढेर में लगातार जल रही आग के कारण यह हालात पैदा हो रहे हैं। यह आग किसी नगर परिषद के ठेकेदार द्वारा नहीं लगाई गई है बल्कि मंगलाई गांव के किसानों ने कूड़े के ढेर में लगाई है। असल में इन किसानों ने अपने खेत से पहले तो मिट्टी उठाई और बाद में उस गहराई को भरने के लिए नगर परिषद के ठेकेदार से कूड़े का बड़ा ढेर अपने खेत में डलवा लिया। जिसमें अब गर्मी होने के बाद आग लगा दी । आग का धुआं पिछले 3 दिन से इतना भयंकर उठ रहा है कि 5 किलोमीटर तक का क्षेत्र प्रदूषित हो गया है। आलम यह है कि संभालखा- मंगलाई मार्ग पर जो लोग सुबह के वक्त सैर करने जाते थे उन्होंने अब इस रास्ते को बंद कर लिया है। गांव संभालखा निवासी रिटायर्ड कैप्टन दया चंद ने बताया कि पिछले 3 दिन से उन्हें अपने गांव में भी सांस लेने की दिक्कत आ रही है ।
मैंने तो 3 साल पहले रोका था : सरपंच : इसी बीच गांव मंगलाई के सरपंच सुखपाल राणा ने बताया कि उनके गांव में पिछले कई सालों से नगर परिषद का कूड़ा किसान अपने खेतों में डाल रहे हैं और बाद में इस कूड़े में आग लगाकर वह अपनी जमीन को समतल करते हैं परंतु इस व्यवस्था ने पर्यावरण को प्रदूषित कर दिया है। उन्होंने बताया कि 3 साल पहले ही उन्होंने पर्यावरण में हो रही इस परेशानी को रोकने के लिए नगर परिषद के ठेकेदार को यहां कूड़ा करकट डालने से मना किया था।