ढोसी की पहाड़ी और नारनौल को मिलेगी वैश्विक पहचान
डॉ़ शर्मा ने कहा कि ढोसी की पहाड़ी अरावली शृंखला में एक अद्भुत प्राकृतिक धरोहर है, जहां रोमांच, विरासत, प्राकृतिक चिकित्सा और खेल आधारित गतिविधियों का संगम तैयार किया जा सकता है। इससे न केवल दक्षिण हरियाणा का सामाजिक और आर्थिक विकास होगा, बल्कि राज्य के पर्यटन उद्योग को भी नई दिशा मिलेगी। पर्यटन मंत्री ने कहा कि विश्व स्तरीय पर्यटक स्थल बनाने के लिए नारनौल की हवेलियां, किले, बावड़ियां, मंदिर, गुंबद और ऐतिहासिक स्मारक को एकीकृत रूप से विकसित किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ढोसी की पहाड़ी को एडवेंचर और सांस्कृतिक टूरिज्म का केंद्र बनाते हुए ट्रैकिंग रूट, रोपवे प्रोजेक्ट, स्काईडाइविंग जोन, पर्यावरण-अनुकूल शिविर और सांगीतिक कार्यक्रमों का आयोजन प्रस्तावित है। साथ ही, स्थानीय कारीगरों के लिए शिल्प बाजार और हस्तशिल्प प्रदर्शन केंद्र भी तैयार किए जाएंगे। डॉ़ शर्मा ने कहा कि इन परियोजनाओं से तीन और पांच सितारा होटल, स्टे होम्स व रिसॉर्ट्स जैसी सुविधाएं विकसित होंगी, जिससे स्थानीय उद्योगों, उद्यमियों और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
हरियाणा बनेगा सांस्कृतिक पर्यटन का केंद्र
डॉ़ शर्मा ने बताया कि हरियाणा भगवान श्रीकृष्ण की कर्मभूमि रहा है, जहां कुरुक्षेत्र में महाभारत का युद्ध हुआ था। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य में भी श्रीकृष्ण की एक विशाल प्रतिमा स्थापित की जाए, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करेगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह इंडोनेशिया के बाली में गरुड़ विष्णु सांस्कृतिक पार्क वैश्विक आकर्षण का केंद्र है, वैसे ही कुरुक्षेत्र में एक भव्य प्रतिमा दुनिया भर के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित कर सकती है।
फरीदाबाद को मिलेगा व्यवसायिक पर्यटन केंद्र का दर्जा
बैठक में डॉ़ शर्मा ने फरीदाबाद को व्यवसायिक पर्यटन हब के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव भी रखा। उन्होंने कहा कि दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम से सटा फरीदाबाद व्यापारिक गतिविधियों के लिए उपयुक्त स्थान है। यहां मौजूद रिजॉर्ट्स, गोल्फ कोर्स और सूरजकुंड मेला परिसर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट किया जाएगा, ताकि बैठकें, कॉन्फ्रेंस और प्रदर्शनियां आयोजित की जा सकें।
गीता महोत्सव और शिल्प मेले का न्यौता
अरविंद शर्मा ने सभी राज्यों के पर्यटन मंत्रियों को 15 नवंबर से कुरुक्षेत्र में शुरू हो रहे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव और फरवरी में फरीदाबाद में आयोजित होने वाले 39वें अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में आमंत्रित किया। इस अवसर पर उन्होंने केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और अन्य राज्यों के प्रतिनिधियों को हरियाणा की ऐतिहासिक धरोहरों पर आधारित स्मारिका भेंट की। बैठक में हरियाणा पर्यटन विभाग के निदेशक डॉ़ शालीन और पुरातत्व विभाग के निदेशक अमित खत्री भी उपस्थित रहे।