ढोसी हिल रोपवे परियोजना जल्द, महेंद्रगढ़ होगा वैश्विक पर्यटन केंद्र
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पर्यटन एवं विरासत मंत्री डॉ़ अरविंद शर्मा ऑनलाइन जुड़े। बैठक में बताया गया कि ढोसी हिल रोपवे परियोजना लगभग 57 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की जा रही है। परियोजना के तहत रोपवे की लंबाई लगभग 870 मीटर होगी, जिससे ढोसी पहाड़ी तक पहुंच आसान होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना केवल पर्यटन नहीं, बल्कि स्थानीय विकास, रोजगार सृजन और सांस्कृतिक संरक्षण का माध्यम भी है। रोपवे निर्माण से देशी और विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी और महेंद्रगढ़ के ऐतिहासिक स्थलों की ओर रुचि भी बढ़ेगी।
बैठक में महेंद्रगढ़ किला, माधोगढ़ किला और बावड़ी के पुनर्विकास पर भी चर्चा हुई। प्रस्तावित बावड़ी को रानी महल के रूप में विकसित करने का सुझाव दिया गया, ताकि वहां सांस्कृतिक कार्यक्रम और मेहंदी उत्सव आयोजित किए जा सकें। मुख्यमंत्री ने इस पहल का समर्थन किया और परियोजना को पीपीपी मॉडल के तहत विकसित करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने पिंजौर गार्डन और मोरनी हिल्स के पर्यटन स्थलों की समीक्षा भी की। उन्होंने पिंजौर की सुंदरता के साथ ठहराव व्यवस्था और मोरनी की पहाड़ियों में रोपवे जैसी नई परियोजनाओं की संभावनाओं का अध्ययन करने के निर्देश दिए। कुरुक्षेत्र जिले में निर्माणाधीन ‘अनुभव केंद्र’ की प्रगति की समीक्षा भी की गई और अधिकारियों को इसे समयबद्ध रूप से पूरा करने के लिए निर्देश दिए गए।
बैठक में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, सीएम के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता, नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एके सिंह, पर्यावरण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विनीत गर्ग, पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव कला रामचंद्रन, पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ़ शालीन सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
