प्रदेश में अपराध की बढ़ती वारदातों पर डीजीपी ने लिया कड़ा नोटिस
चंडीगढ़, 5 मार्च (ट्रिन्यू)
हरियाणा में पिछले कुछ दिनों से अपराध की बढ़ती घटनों पर डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कड़ा नोटिस लिया है। इनेलो प्रदेशाध्यक्ष व बहादुरगढ़ के पूर्व विधायक नफे सिंह राठी के मर्डर के बाद भी कई बड़ी वारदात प्रदेश में हो चुकी हैं। विपक्ष द्वारा लगातार सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं। कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। इन सबके बीच, मंगलवार को डीजीपी ने पुलिस मुख्यालय में आला अधिकारियों के साथ बैठक की।
सभी पुलिस आयुक्त और पुलिस अधीक्षक भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये इस बैठक में शामिल हुए। बैठक में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से निपटने तथा अपराध का सफाया करने को लेकर कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में जिन अधिकारियों ने अपराध नियंत्रण को लेकर अच्छा काम किया है, उन्होंने अपने विचार रखे तथा डीजीपी ने उन प्रैक्टिसिज को अन्य जिलों में लागू करने के बारे में आदेश दिए।
कपूर ने कहा कि पुलिस अधीक्षक वर्तमान में प्रदेश में लगी हुई मैनपावर का उपयोग अपराध नियंत्रण को लेकर प्रभावी तरीके से करें। सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अपने-अपने जिलों में संगीन अपराध जैसे-डकैती, लूटपाट, छीनाझपटी, फिरौती संबंधी मामलों में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की स्वयं मॉनिटरिंग करें। वे ज्यादा से ज्यादा फील्ड में जाएं और अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों के साथ सीधे संपर्क में रहे।
उन्होंने कहा कि नाके व पीसीआर पुलिसिंग के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसे में उनकी तैनाती पर ध्यान देने की जरूरत है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का जितना ज्यादा संपर्क अपने पुलिसकर्मियों से होगा, काम की गुणवत्ता उतनी ही ज्यादा अच्छी होगी। कपूर ने एमपैथी यानी संवेदना को सबसे अधिक महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने पुलिसकर्मियों तथा आमजन के प्रति संवेदना रखें और उन्हें आ रही समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करें।
साथ ही, कपूर ने कहा कि वे पेट्रोल पंप संचालकों, व्यापार मंडलों, आभूषण विक्रेताओं तथा बैंक शाखा प्रबंधकों आदि के साथ नियमित तौर पर बैठक करते रहे। इससे लोगों का विश्वास हरियाणा पुलिस की ओर बढ़ेगा तथा भविष्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने संबंधी चुनौतियों से निपटने में आसानी होगी।