होडल, 18 जुलाई (निस)
ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा आरम्भ होने के बाद अभी तक प्रशासन द्वारा होडल उपमंडल में पड़ने वाली 24 किलोमीटर यात्रा में श्रद्धालुओं के लिए किसी भी प्रकार की सुविधा मुहैया नहीं करवाए जाने के कारण श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है की प्रत्येक तीन साल बाद ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा होती है जो कि 16 जुलाई से आरम्भ हो गई है। यह ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा राजस्थान में 24 कोस, उत्तरप्रदेश में 47 कोस व हरियाणा में 13 कोस पड़ती है। राजस्थान के बाद बिछौर से यह यात्रा हरियाणा में प्रवेश करती है व बिछौर से नीमका, डाडका, सौंध, बंचारी, डकोरा, मरौली, खाम्बी, लीखी, हसनपुर से होते हुए जमुना के रास्ते उत्तरप्रदेश में प्रवेश कर जाती है। हरियाणा में प्रवेश करने पर 13 किलेामीटर का क्षेत्र नूंह जिले व 24 किलेामीटर का क्षेत्र होडल उपमंडल में पड़ता है।
प्रशासन को इस यात्रा में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए सड़कों का निर्माण करने, यात्रियों के लिए मीठे आरओ पानी, यात्रियों के ठहरने के लिए धर्मशाला का निर्माण करने, स्ट्रीट लाइटें लगाने, यात्रियों के लिए खान पान का इंतजाम करना होता है। हरियाणा सरकार द्वारा इसके लिए बजट पलवल जिला प्रशासन को भेजकर सभी इंतजाम करने के आदेश दिए गए हैं लेकिन यात्रा आरम्भ होने के बाद किसी भी प्रकार की सुविधाएं श्रद्धालुओं के लिए मुहैया नहीं कराई गई हैं। ऐसे में ग्रामीणों व होडल के सामाजिक संगठनों तथा समाजसेवियों द्वारा जगह-जगह यात्रियों के ठहरने के लिए शिविरों व यात्रियों के लिए खाने पीने का इंतजाम किया गया है। बंचारी के सरपंच सीताराम नम्बरदार का कहना है कि बंचारी गांव में ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा के लिए एक धर्मशाला के निर्माण के लिए स्थानीय विधायक द्वारा नारयिल भी तोड़ा गया था लेकिन इसका निर्माण कार्य अभी तक आरंभ नहीं हो पाया है।
एसडीएम होडल रणवीर सिंह का कहना है कि प्रशासन द्वारा ब्रज परिक्रमा मार्ग पर श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन द्वारा तैयारियां कर ली गई हैं व उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।