वन्य जीवों को बर्बाद करना पर्यावरण के विनाश के समान : त्रिवेणी बाबा
भिवानी, 4 अक्तूबर (हप्र) पृथ्वी पर वन्य जीवों का अत्यधिक महत्व है। वन्य जीव हमें भोजन, कपड़े और अन्य आय के स्रोत प्रदान करने के साथ-साथ पृथ्वी पर पारिस्थितिकीय संतुलन बनाने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। यदि हम वन्य...
भिवानी, 4 अक्तूबर (हप्र)
पृथ्वी पर वन्य जीवों का अत्यधिक महत्व है। वन्य जीव हमें भोजन, कपड़े और अन्य आय के स्रोत प्रदान करने के साथ-साथ पृथ्वी पर पारिस्थितिकीय संतुलन बनाने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। यदि हम वन्य जीवों को बर्बाद करते है तो हम इसका मतलब प्राकृतिक पर्यावरण को बर्बाद करने के समान है। यह बात त्रिवेणी बाबा ने स्थानीय चिड़ियाघर में त्रिवेणी रोपित करने के बाद कही।
उन्होंने कहा कि वन्य जीवों के बिना पृथ्वी पर मानव जीवन असंभव है, इसीलिए हम सबको इनका संरक्षण करना चाहिए। वन्य जीव जैव विविधता का हिस्सा होते हैं, जो पर्यावरणीय स्थिरता और अनुकूलन क्षमता को बढ़ाता है। जैव विविधता किसी भी पारिस्थितिकीय तंत्र को मजबूत बनाती है, जिससे वह पर्यावरणीय संकटों का सामना करने में सक्षम होता है। उन्होंने कहा कि वन्य जीवों के संरक्षण के बिना पृथ्वी का पारिस्थितिकीय तंत्र असंतुलित हो सकता है, जिससे पर्यावरणीय समस्याएं और मानव जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकते हैं।
इस अवसर पर चिड़ियाघर के वन्य जीव निरीक्षक ने वन्य जीव सप्ताह के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा बच्चों को जीवों के महत्व के बारे में बताया। कार्यक्रम में पर्यावरण प्रेमी हवलदार लोकराम नेहरा ने वैश्य स्कूल के विद्यार्थियों से त्रिवेणी लगवाई। इस अवसर पर शंकर नर्सरी के संचालक चंद्रमोहन व स्कूल स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।

