रोहतक/गुरुग्राम, 6 जून (निस/हप्र)
साध्वी यौन शोषण मामले में रोहतक की सुनािरया जेल में सजा काट रहे सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के मुखी गुरमीत राम रहीम फिर से अस्पताल में दाखिल कराए गए हैं। पेट में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया गया है कि उन्हें कोरोना संक्रमण भी है।
बीते दिनों पीजीआई में चैकअप के दौरान डाॅक्टरों ने बाबा की जांच के लिए कुछ टेस्ट लिखे थे, जोकि एम्स में हो सकते थे। जेल प्रशासन ने पीजीआई की सिफारिश पर एम्स में संपर्क साधा तो बताया गया कि कोविड के चलते अभी यहां टेस्ट बंद हैं। इसके बाद जेल प्रशासन ने दोबारा पीजीआई के डाॅक्टरों से सम्पर्क किया तो उन्हें मेदांता ले जाने की सिफारिश की गई।
डेरा मुखी ने रविवार सुबह जेल अधिकारियों को बताया कि उन्हें पेट में फिर से दर्द हो रहा है। इसके बाद पीजीआई से डाॅक्टरों की टीम सुनारियां जेल पहुंची और बाबा के स्वास्थ्य की जांच की। जेल अधीक्षक सुनील सांगवान का कहना है कि बाबा राम रहीम कई दिनों से पेट की बीमारी से पीडि़त है और उन्हें पिछले दिनों रोहतक पीजीआई में भी भर्ती कराया गया था, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली थी। इसके बाद रविवार सुबह एक बार फिर पेट में दर्द होने के चलते पीजीआई के डाॅक्टरों से सम्पर्क किया था और डाॅक्टरों ने उन्हें एम्स ले जाने की बात कही थी।
सूत्र बताते हैं कि डाॅक्टर्स की अनुशंसा के बाद बाबा ने अपने खर्चे पर मेदांता में इलाज करवाने की गुजारिश जेल प्रशासन से की थी। इसी के चलते रविवार को उसे यहां लाया गया। वहीं मेदांता में अस्पताल प्रबंधन की ओर से डेरा प्रमुख के इलाज के बारे में टिप्पणी करने के लिए कोई उपलब्ध नहीं हुआ। कई बार प्रयास के बाद उनकी स्थिति को लेकर कोई अपडेट नहीं मिला और न ही अस्पताल प्रबंधन की ओर से मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया।
हनीप्रीत भी मिलने के लिए पहुंची
कड़ी पुलिस सुरक्षा में पहुंचे गुरमीत सिंह के कुछ परिजन अस्पताल में पहले से ही मौजूद थे। इनमें डेरा प्रमुख की करीबी हनीप्रीत भी थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हनीप्रीत ने झुककर डेरा प्रमुख के पैर छुए। जिसके जवाब में डेरा प्रमुख ने हनीप्रीत के कंधों पर हाथ रखकर उसे आशीर्वाद दिया। इसके अलावा यहां परिवार के अन्य सदस्यों ने भावुक होकर उनका अभिवादन किया। अस्पताल में सबसे पहले उसकी कोरोना सैंपलिंग की गई, जिसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव पाई गई है। अस्पताल के सूत्र बताते हैं, ‘पेट संबंधी दूसरी मेडिकल जांच फिलहाल टाल दी गई है और उन्हें इलाज के लिए भर्ती कर लिया गया है।’ डेरा प्रमुख को अस्पताल के नौवें फ्लोर पर बने कोविड वार्ड में रखा गया है। बताया जाता है कि बाबा के चार अटेंडेंट को अस्पताल परिसर में मौजूद रहने की अनुमति दी गई है। इनमें से उनकी पत्नी व दोनों बच्चों के भी अटेंडेंट कार्ड बनाए गए हैं।