हरीश भारद्वाज/हप्र
रोहतक 22 जुलाई।
शुक्रवार देर शाम यहां शिक्षा विभाग के डीईओ कार्यालय में उस समय हाई प्रोफाइल ड्रामा देखने को मिला जब चरखी दादरी से ट्रांसफर होकर रोहतक आए डीईओ वीरेंद्र मलिक को तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी विजयलक्ष्मी नांदल ने उन्हें चार्ज देने से मना कर दिया। आरोप है कि डीईओ विजयलक्ष्मी नांदल ने कहा कि मैं इन चेयर हूं मैं चार्ज नहीं दूंगी। आरोप है कि विजयलक्ष्मी नांदल अपने साथ डिस्पैच रजिस्टर एवं कार्यालय में से जॉइनिंग बुक अपने साथ ले गई। शाम को करीब 7:15 बजे कार्यालय में पहुंचे नए डीईओ वीरेंद्र मलिक ने रात करीब 9:30 बजे पद ग्रहण कर मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को अपने निजी मेल से इसकी सूचना दी। यह ड्रामा नए डीईओ के स्वागत के लिए आए जिले के प्रिंसिपल डाइट, डीटीओ, डीपीसी, डिप्टी डीईओ एवं जिला भर के 50-60 प्रिंसिपल की उपस्थिति में हुआ। वही नए डीओ के स्वागत के लिए बैठा डीईओ कार्यालय का स्टाफ भी इस घटना का प्रत्यक्षदर्शी बना।
नए डीईओ वीरेंद्र मलिक ने कहा कि वह शाम करीब 7:15 बजे पदभार संभालने आए थे लेकिन तत्कालीन सीईओ विजयलक्ष्मी नांदल ने उन्हें सुबह आकर चार्ज लेने के लिए कहां। वीरेंद्र मलिक ने कहा कि शाम तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग चल रही थी और उन्हें तुरंत प्रभाव से पदभार संभालने के आदेश के कारण चरखी दादरी से रिलीव हो गए थे इसलिए देर शाम चार्ज संभालने आए थे। डीईओ कार्यालय का ताला बंद होने पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता की विजयलक्ष्मी ताला बंद करके गई है या चौकीदार ने बंद किया है। वहीं तत्कालीन डीईओ विजयलक्ष्मी नांदल से कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।