भिवानी, 14 मई (हप्र)
मिड-डे-मील वर्कर यूनियन ने आज अपनी मांगों को लेकर प्रदेश स्तरीय आंदोलन किया। इस दौरान शहर में प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। मिड-डे-मील वर्कर नेताओं ने कहा कि सरकार उनका डी.सी. रेट तय करे, वर्दी भत्ता सहित उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा दे।
प्रदेश भर से मिड-डे-मील वर्कर नेहरू पार्क में एकत्रित हुए। उन्होंने सरकार के विरोध में नारेबाजी की। वर्करों ने कहा कि स्कूलों में उनसे मिड-डे-मील बनवाने के अलावा और भी काम लिए जाते है।
वर्करों ने शहर में प्रदर्शन किया। बाद में डी.डी.पी.ओ. के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। राजकुमार आईटीयूसी के राज्य प्रधान एडवोकेट महेंद्र कुमार व जिला सचिव राजकुमार ने कहा कि मिड-डे-मील कार्यकर्ता स्कूलों में बच्चो के लिए भोजन बनाने का कार्य करती है। उन्हें मात्र 3500 रुपए दिए जाते हंै। पिछले 4 वर्षों से कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। उनके आगे घर चलाने की काफी दिक्कत है। मिड-डे-मील वर्कर ने कहा कि सरकार उन्हें 12 महीने का वेतन मान दे जबकि अभी केवल 10 महीने का वेतन दिया जाता है। उन्हेंैडीकल सुविधा दी जाए साथ ही कोरोना के समय मृत हुए कर्मचारियों को मुआवजा दे।
उनकी सेवानिवृत्त की उम्र 64 वर्ष की जाए साथ ही सेवानिवृत्त के समय 3 लाख रुपए की सहायता भी दी जाए।