कैथल, 27 जनवरी (हप्र)
दो अध्यापकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के विरोध में विभिन्न अध्यापक संघों ने आंगनवाड़ी वर्कर्ज एवं हेल्पर्ज के साथ राज्य मंत्री कमलेश ढांडा के निवास पर प्रदर्शन किया। गत वर्ष जून 2021 में जनकपुरी कॉलोनी में बिजली की समस्या थी।
इस पर कॉलोनी वासियों ने बिजली विभाग को कई बार गुहार लगाई कि उनकी बिजली की समस्या दूर कर दी जाए, परंतु बिजली विभाग ने उनकी सुनवाई नहीं की। इसके बाद कॉलोनी वासी शाम को उपायुक्त के कैंप कार्यालय में अपनी शिकायत लेकर पहुंचे। उपायुक्त के न मिलने पर लोगों ने कैम्प कार्यालय के बाहर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान एसडीएम संजय कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों की समस्याओं को सुना। उन्होंने 1 घंटे तक समस्या का समाधान करने की बात कही जिससे लोग अपने घर चले गए। अध्यापकों का कहना है कि अगले दिन प्रदर्शनकारियों में शामिल दो अध्यापकों, कुछ कालोनी वासी के खिलाफ डीसी ने एफआईआर करवा दी। उस समय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि अब उपायुक्त ने उस एएफआईआर में नामजद दो अध्यापकों और अन्य के खिलाफ कार्यवाही करने का पुलिस पर दबाव बनाया और दो अध्यापकों को सस्पेंड भी करवा दिया। इस अवसर पर हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के राज्य प्रधान धर्मेंद्र ढांडा, अनिल सैनी, हसला के राज्य उपप्रधान राजेश ढुल, जिला प्रधान जितेंद्र बनवाला, ईश्वर ढांडा, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान सुरेश द्रविड़, राजेश बेनीवाल व बलबीर सिंह, शारीरिक शिक्षक संघ के राज्य उपप्रधान राजेंद्र आदि उपस्थित थे।
राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर उपायुक्त प्रदीप दहिया का तबादला नहीं हुआ तो 4 फरवरी को यह प्रदर्शन आंदोलन का रूप लेगा, चाहे इसे राज्यव्यापी आंदोलन ही क्यों न बनाना पड़े।