भिवानी, 22 दिसंबर (हप्र)
आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हैल्पर्स यूनियन के आह्वान पर जिले की आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर्स ने अपनी लम्बित मांगों के समाधान के लिए उपायुक्त कार्यालय पर हड़ताल की और 15वें दिन धरना दिया। उन्होंने कृषि मन्त्री जय प्रकाश दलाल के निवास पर जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने मंत्री कमलेश ढांडा व निदेशक के नाम ज्ञापन भेजा। धरने-प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए यूनियन व सीटू नेताओं ने कहा कि आंगनवाड़ी कर्मी अपनी मांगों को लेकर पिछले 15 दिनों से हड़ताल पर हैं, इसके बावजूद सरकार व अधिकारी आंदोलन को लंबा खीचकर तोड़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार 2018 में केन्द्र सरकार द्वारा की गई घोषणा को लागू नहीं कर रही है। केन्द्र व राज्य सरकार 45वें श्रम सम्मेलन की रिपोर्ट को लागू नहीं कर रही हैं जिसमें आंगनवाड़ी कर्मियों को स्थाई कर्मचारी मानने व न्यूनतम वेतन लागू करने के लिए कहा गया है। आंगनवाड़ी कर्मियों की मेहनत की वजह से सरकार महिलाओं में खून की कमी व बच्चों के कुपोषण को रोकने मे कामयाब हुई है। इसके बावजूद सरकार विभाग को स्थाई करने की बजाए विभाग का नीजिकरण करने पर तुली हुई है। जिसको बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
डीसी कार्यालय पर किया प्रदर्शन
हिसार (हप्र) आंगनवाड़ी वर्करों ने बुधवार को डीसी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। सीटू नेता मनोज सोनी व सुखबीर सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए और जब तक कर्मचारी नहीं बनाया जाता, तब तक न्यूनतम वेतन वर्कर्स को 24000 व हेल्पर्स को 16000 रुपये दिया जाए। 2018 में की गई घोषणाओं को लागू करते हुए महंगाई भत्ते की तमाम किस्तें मानदेय में जोड़ कर दी जाए, महंगाई भत्ते का बकाया एरियर भी तुरंत दिया जाए। कृष्णा जांगड़ा जिला प्रधान ने कहा आंगनवाड़ी वर्कर्स को 5 लाख व हेल्पर्स को 3 लाख रुपये रिटायरमेंट लाभ दिया जाए।
‘वादाखिलाफी कर रही सरकार’
जींद (हप्र) : आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन का धरना शहर में लघुसचिवालय के बाहर जारी रहा। धरने को संबोधित करते हुए सीटू के राज्य उपाध्यक्ष रमेशचंद्र ने कहा कि प्रदेश सरकार वर्ष 2018 के समझौते को लागू ना करके आंगनवाड़ी वर्करों के साथ वादा खिलाफी कर रही है। इस मौके पर भूलां देवी, सुमन, सुनीता मौजूद रही।
मांगें मानने के बाद ही खत्म होगा धरना
रोहतक (हप्र) : हड़ताल पर बैठी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं की एक बैठक बुधवार को मानसरोवर पार्क में हुई। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन के जिला प्रधान रोशनी चौधरी ने कहा कि सरकार ने अभी तक 2018 का समझौता पूरी तरह लागू नहीं किया है। ऊपर से पोषण ट्रैक्टर की शर्त थोप करके काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। राज्य महासचिव पुष्पा दलाल ने कहा कि सरकार अगर हमारी मांगे नहीं मानेगी तो यह आंदोलन आगे बढ़ता ही जाएगा। इसलिए हमारा कहना यह है कि सरकार जितनी जल्दी हमारी मांगों को मान लेती है तो हमारा आंदोलन समाप्त हो जाएगा।
फूंका सीएम का पुतला
चरखी दादरी (निस) : पिछले 15 दिनों से आंगनवाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स की चल रही हड़ताल में अब आशा वर्कर्स भी शामिल होंगी। हालांकि आशा वर्कर्स ने 28 को सरकार से होने वाली वार्ता व केंद्रीय कमेटी की होने वाली मीटिंग तक इंतजार करने की बात कही है। अगर सरकार की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं आया तो आंगनबाड़ी के साथ आशा वर्कर्स हड़ताल पर जाएंगी। आंगनबाड़ी वर्कर्स की हड़ताल के समर्थन में पहुंची आशा वर्कर्स स्टेट कमेटी ने सरकार को यह चेतावनी दी। इस दौरान सीएम का पुतला दहन किया और आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया। बता दें कि आंगनबाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स हड़ताल पर हैं। आंगनबाड़ी वर्कर्स ने शहर में जुलूस निकाला और रोज गार्डन तक पहुंची और सीएम का पुतला फूंका। जिला प्रधान सुनीता रामबास ने सरकार पर आरोप लगाया कि वार्ता के दौरान हुए समझौते के बाद भी आंगनबाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स की मांगों को अनदेखा किया जा रहा है। आंगनबाड़ी वर्कर्स की हड़ताल का समर्थन करते हुए आशा वर्कर्स यूनियन की स्टेट कमेटी ने सरकार को चेताया कि अगर 28 दिसंबर तक समाधान नहीं हुआ तो प्रदेश भर की आशा वर्कर्स भी हड़ताल पर जाएंगी। इस अवसर पर अनिल श्योराण, चंद्रकला देवी, विजय लांबा, सुशीला बलकरा, रामदेवी, प्रेम अचीना, अनिता साहुवास, सुनीता घिकाड़ा आदि उपस्थित थे।