यमुनानगर, 24 अप्रैल (हप्र)
प्राइवेट विद्यालयों की मनमानी के खिलाफ व शिक्षा के नाम पर आर्थिक शोषण पर अंकुश लगाने और बच्चों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग को लेकर समाजसेवी संस्था आगाज ने बुधवार को जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से आगाज संस्था ने प्रशासन को अवगत करवाया कि शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें लगवाने के दिशा निर्देश दिए हैं, परन्तु प्राइवेट विद्यालयों ने प्राइवेट पब्िलशर की किताबें लगाई है। इन किताबों की कीमत एनसीईआरटी की किताबों की तुलना में बहुत अधिक है। इससे अभिभावकों का आर्थिक शोषण हो रहा है और एनसीईआरटी की किताबों के आभाव में शिक्षा की गुणवत्ता में गिरावट आ रही है। स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों को सख्ती से लागू करवाया जाये व प्राइवेट पब्लिशर की किताबों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाये। ज्ञापन में कहा गया कि विद्यालय में ड्रेस कोड का होना जरूरी है परंतु ड्रेस कोड के नाम पर किसी विशेष दुकान से मिलीभगत करके अविभावकों द्वारा उससे ड्रेस खरीदना प्राइवेट विद्यालय की मनमानी है। ज्ञापन में कहा गया कि ड्रेस को मार्किट से खरीदने की छूट दी जाये। इसके अलावा स्कूलों में बच्चों से प्रत्येक वर्ष दाखिला फीस और अन्य शुल्क लिए जाते हैं। दाखिला फीस पहली, छठी व नौवीं व ग्यारवी कक्षा में ही ली जाये। दाखिला फीस व अन्य शुल्क प्राईमरी, मिडिल, उच्च शिक्षा में प्रवेश के अनुसार लिया जाये। ज्ञापन में कहा गया कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो निजी स्कूलों के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।